देहरादून : 29 सितंबर 2023 को, देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में एक गंभीर घटना सामने आई। वादी अंकित कुमार, जो नौगांव मांडुवाला के निवासी हैं, ने पुलिस को एक प्रार्थना पत्र दिया। उन्होंने बताया कि जब वह अपनी दुकान से घर लौट रहे थे, तभी कुछ युवकों ने उन पर लाठी और रॉड से हमला किया। इस हमले में उन्हें गंभीर चोटें आईं। अंकित के द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर थाना प्रेमनगर में मु0अ0सं0-202/2023 धारा: 147, 324, और 504 भादवि0 के तहत मामला दर्ज किया गया।
जांच के दौरान, अंकित की सिर पर आई चोटों और अन्य साक्ष्यों के आधार पर इस मामले में धारा: 307 भादवि0 की बढ़ोत्तरी की गई। यह धारा हत्या के प्रयास से संबंधित है, जो इस बात को दर्शाती है कि घटना कितनी गंभीर थी। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी और सभी संभावित गवाहों से पूछताछ शुरू की।
जांच के दौरान, एक महत्वपूर्ण नाम प्रकाश में आया – अंकित राज, जो ग्राम चिहुन्टा, पोस्ट बेनिनिग्हा, पालीगंज, पटना, बिहार का निवासी है। वह घटना के दिन से ही फरार था। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी देहरादून द्वारा निर्देश दिए गए और थाना प्रेमनगर पर एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने अंकित राज की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानों पर दबिश दी, लेकिन वह लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से बचने के लिए मोबाइल फोन का भी उपयोग नहीं कर रहा था।
पुलिस ने मैनुअली पुलिसिंग का सहारा लेते हुए उसकी गतिविधियों पर नजर रखी। अंततः, 31 जनवरी 2025 को एक मुखबिर की सूचना पर देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय नौगांव के कैम्पस में पुलिस ने दबिश दी और वांछित अभियुक्त अंकित राज को गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी न केवल पुलिस की मेहनत का परिणाम थी, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे कानून अपने रास्ते पर चलता है और अपराधियों को पकड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ता।
गिरफ्तार अभियुक्त अंकित राज का विवरण इस प्रकार है: वह ग्राम चिहुन्टा, पोस्ट बेनिनिग्हा, पालीगंज, पटना बिहार का निवासी है। उसकी गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस ने अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में कोई कमी नहीं छोड़ी।
इस घटना ने समाज में सुरक्षा और कानून व्यवस्था के प्रति लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है। ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई और उचित जांच आवश्यक होती है ताकि अपराधियों को सजा मिल सके और समाज में सुरक्षा का माहौल बना रहे। पुलिस की सक्रियता और तत्परता इस बात का प्रमाण है कि वे अपने कर्तव्यों के प्रति सजग हैं।
इस प्रकार की घटनाएं हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि क्या हम अपने आस-पास की सुरक्षा को लेकर सचेत हैं या नहीं। समाज में एकजुटता और सहयोग की आवश्यकता होती है ताकि हम सभी मिलकर ऐसे अपराधों का सामना कर सकें। हमें चाहिए कि हम अपने आसपास के लोगों की मदद करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए नागरिकों का सहयोग कितना महत्वपूर्ण है। यदि हम सभी मिलकर काम करें तो हम अपने समाज को सुरक्षित बना सकते हैं। हमें चाहिए कि हम एक-दूसरे का साथ दें और किसी भी प्रकार की हिंसा या अपराध के खिलाफ खड़े हों।