देहरादून : उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने राज्य में आयोजित राष्ट्रीय खेलों की मेज़बानी को लेकर सरकार को कड़ी आलोचना का शिकार बनाया। उन्होंने कहा कि यह राज्य के लिए गर्व की बात है कि उत्तराखंड ने राष्ट्रीय खेलों की मेज़बानी की, लेकिन खेलों के आयोजन में गड़बड़ियों और सरकारी लापरवाही की वजह से राज्य की छवि पर प्रतिकूल असर पड़ा है।
अल्मोड़ा में योगासन प्रतियोगिता पर सवाल
गरिमा मेहरा दसौनी ने अल्मोड़ा में आयोजित योगासन प्रतियोगिता की व्यवस्थाओं को लेकर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि स्थानीय हेमवती नंदन बहुगुणा स्पोर्ट्स स्टेडियम में बनाए गए पंडाल और अन्य व्यवस्थाओं में कई खामियां थीं, जिससे खिलाड़ियों को परेशानी हुई। योगासन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, उदित सेठ ने खुद बताया कि पंडाल का वातावरण खिलाड़ियों के लिए अनुकूल नहीं था, जिसके कारण 15 से 20 खिलाड़ी बेहोश हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
राष्ट्रीय खेलों में सरकार की लापरवाही
गरिमा ने सरकार की लापरवाही पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य सरकार खुद को राष्ट्रीय खेलों की भव्यता का प्रचार करती है, लेकिन असल में यह सरकार खिलाड़ियों के लिए उचित व्यवस्था करने में असफल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की इस लापरवाही से उत्तराखंड का नाम पूरे देश में खराब हो रहा है।
राज्य सरकार के कामकाज पर सवाल
दसौनी ने यह भी कहा कि राज्य के खेल मंत्री को रंगीन ट्रैकसूट पहनने और प्रचार-प्रसार में व्यस्त रहने का समय है, जबकि उन्हें अपनी जिम्मेदारी निभाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री को दूसरे राज्यों में जाकर प्रचार करने की बजाय राज्य के भीतर खेलों के आयोजन पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
राष्ट्रीय खेलों का मौका गंवाना
कांग्रेस प्रवक्ता ने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि राष्ट्रीय खेलों की व्यवस्था में गड़बड़ी के चलते उत्तराखंड राज्य अपनी ब्रांडिंग का एक बड़ा अवसर खो रहा है। यह राज्य के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है, जो भविष्य में उत्तराखंड की छवि को और भी नुकसान पहुंचा सकती है।