देहरादून: वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के विवादित बयान ने उत्तराखंड की राजनीति में हलचल मचा दी है। विपक्ष ने इस बयान को पहाड़ी मूल के लोगों का अपमान बताया और बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला। पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ता और आमजनता सड़कों पर उतर आए हैं।
इस बीच, बदरीनाथ विधायक लखपत बुटोला का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा, “पहाड़ का आदमी टूट सकता है, लेकिन झुक नहीं सकता। जो कोई भी पहाड़ी समाज को झुकाने की कोशिश करेगा, वह खुद मिट जाएगा।”
लखपत बुटोला ने किया सरकार पर हमला
बदरीनाथ विधायक लखपत बुटोला सोमवार को कांग्रेस भवन पहुंचे और सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोग अपनी आस्मिता और सम्मान के लिए खड़े हो रहे हैं। उत्तराखंड हमेशा से आंदोलनों की भूमि रहा है और इसे सैनिकों और वीर बहादुरों का प्रदेश कहा जाता है।
उन्होंने यह भी बताया कि उनके पिता ने सेना में रहते हुए दो युद्ध लड़े और उनके भाई ने भी सीमा पर देश के लिए गोलियां खाईं। ऐसे में वित्त मंत्री का बयान पहाड़ी समाज के आत्मसम्मान पर सीधा हमला है।
बुटोला ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी की मानसिकता ही पहाड़ी समाज के खिलाफ है। उन्होंने खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह ‘चैंपियन’ का जिक्र करते हुए कहा कि इससे पहले भी एक भाजपा नेता ने खुलेआम तमंचे लहराते हुए पहाड़ी मूल के लोगों का अपमान किया था।
राज्यभर में उबाल, प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला फूंका
वित्त मंत्री के बयान के खिलाफ जनता में नाराजगी देखने को मिल रही है। सोमवार को केदारघाटी की सबसे बड़ी नगर पंचायत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला दहन किया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप सिंह कण्डारी ने कहा कि उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दौरान कैबिनेट मंत्री ने पहाड़ी समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और विधानसभा अध्यक्ष ने उनका बचाव किया। उन्होंने मांग की कि वित्त मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष तत्काल इस्तीफा दें।
कंडीसौड़ में भी विरोध प्रदर्शन, कांग्रेस ने किया हमला
थौलधार ब्लॉक कांग्रेस और स्थानीय जनता ने कंडीसौड़ तिराहे पर भी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला फूंका। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष श्रीपाल सिंह पंवार ने कहा कि विधानसभा सत्र में मंत्री द्वारा पहाड़ी समाज के खिलाफ अपमानजनक भाषा का प्रयोग करना निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का बयान नहीं है, बल्कि बीजेपी सरकार की मानसिकता को दर्शाता है। पूरे प्रदेश में इस बयान के खिलाफ नाराजगी और आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वित्त मंत्री के विवादित बयान ने प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला दिया है। कांग्रेस इसे बीजेपी की पहाड़ी विरोधी मानसिकता बता रही है और पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। अब देखना होगा कि सरकार इस विवाद पर क्या रुख अपनाती है और विपक्ष का अगला कदम क्या होगा।