देहरादून : नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने और “ड्रग फ्री देवभूमि 2025” के लक्ष्य को साकार करने हेतु देहरादून पुलिस ने रायपुर और डोईवाला क्षेत्र में नशे के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान के अंतर्गत राजकीय इंटर कॉलेज, बुल्लावाला (डोईवाला) और राजकीय इंटर कॉलेज, नालापानी (रायपुर) में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और अभिभावकों ने भाग लिया। पुलिस अधिकारियों ने सभी को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी और बताया कि यह किस तरह युवाओं के भविष्य को नष्ट कर सकता है। उपस्थित लोगों को नशा न करने और नशा उन्मूलन अभियान में सहयोग करने की शपथ दिलाई गई।
पुलिस ने नशे के कारोबार में लिप्त लोगों की सूचना देने के लिए जागरूकता बढ़ाने पर भी जोर दिया। स्थानीय पुलिस और देहरादून एएनटीएफ (Anti Narcotics Task Force) टीम के संपर्क नंबर भी साझा किए गए, ताकि लोग नशे से संबंधित किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना दे सकें।
इस अवसर पर जन-जागरूकता के लिए पंपलेट वितरित किए गए और नशामुक्ति से संबंधित पोस्टर भी लगाए गए। पुलिस अधिकारियों ने सभी से अपील की कि नशे की इस कुरीति को समाप्त करने के लिए समाज को एकजुट होकर आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई में युवाओं की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे ही देश का भविष्य हैं।
देहरादून पुलिस का यह प्रयास राज्य को नशा मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अभियान के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने नशे से दूर रहने की शपथ ली और अपने आसपास नशे के प्रति सतर्क रहने की प्रतिज्ञा की।
यह जागरूकता अभियान नशे के खिलाफ एक महत्वपूर्ण पहल है, जो युवाओं को इस बुरी लत से बचाने और समाज को जागरूक करने का काम करेगा। यदि इसी तरह के कार्यक्रम नियमित रूप से चलाए जाएं, तो उत्तराखंड को “ड्रग फ्री देवभूमि” बनाने का लक्ष्य जल्द ही हासिल किया जा सकता है।