Uttarakhand : चारधाम यात्रा में धामों में श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करने का विरोध
देहरादून। चारधाम यात्रा में धामों में श्रद्धालुओं की संख्या सीमित किए जाने का विरोध शुरू हो गया है। टूर ऑपरेटर एसोसिएशन, होटल एसोसिएशन, टैक्सी एसोसिएशन समेत अन्य कई संगठनों ने खुलकर विरोध जताना शुरू कर दिया है। राज्यपाल, मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर किसी भी तरह की बंदिश न लगाने की मांग की है। ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन यात्रा पंजीकरण की भी व्यवस्था को सुनिश्चित किए जाने की मांग की।
टूर ऑपरेटर एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में कहा कि प्रत्येक धाम में किसी भी संख्या की सीमाओं के आदेश को निरस्त किया जाए। धामों में दर्शन करने वालों की किसी भी तरह की कोई सीमा न रखी जाए। अध्यक्ष अभिषेक आहलुवालिया ने कहा कि कोई भी ऐसा काम न किया जाए, जिससे पर्यटन पर निर्भर लाखों लोगों की आजीविका पर प्रभाव न पड़े।
ऑनलाइन के साथ ही ऑफलाइन पंजीकरण को बढ़ावा देते हुए राज्य के सभी प्रवेश बिंदुओं पर ऑफलाइन पंजीकरण के काउंटर उपलब्ध कराए जाएं। चार धाम होटल एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कहा कि सीमित संख्या को तत्काल समाप्त करते हुए पंजीकरण स्लॉट को खोला जाए। अध्यक्ष अजय पुरी और सचिव प्रतीक कर्णवाल ने कहा कि संख्या सीमित करने की बजाय सरकार मेडिकल सुविधा, संचार सिस्टम, बिजली, पानी, पार्किंग, सड़कों की व्यवस्था को सुधारा जाए।
डंडी कंडी, घोड़े खच्चरों की उचित व्यवस्था की जाए। हेली सेवाओं में होने वाली कालाबाजारी पर पूरी तरह रोक लगाई जाए। हरिद्वार टैक्सी ड्राइवर एंड ऑनर एसेसिएशन, टैक्सी मैक्सी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने भी संख्या सीमित किए जाने का विरोध किया। श्री बदरीनाथ धाम होटल एवं लॉज एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश मेहता ने कहा कि पिछले साल की तरह इस बार भी यात्रा पंजीकरण के दौरान स्लॉट आवंटित किए जा रहे हैं। इससे पिछले साल भी श्रद्धालुओं को बड़ी दिक्कतें हुई थी। इस सिस्टम को निरस्त किया जाए।