Uttarakhand : मसूरी मालरोड पर वाहनों के प्रवेश का शुल्क दो से तीन गुना तक बढ़ाया
देहरादून। मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन और भाजपा कार्यकर्ताओं ने माल रोड पर स्थानीय लोगों को व्यक्तिगत और व्यवसायिक वाहन ले जाने पर वार्षिक शुल्क बढ़ाने का विरोध किया है। उन्होंने वाहनों का वार्षिक शुल्क कम करने की मांग की है। इसे लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। मालरोड पर जाने वाले दुपहिया वाहनों और व्यावसायिक वाहनों को वार्षिक पास की धनराशि अत्यधिक बढा दी है। इसे लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी है।
बुधवार को मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन और भाजपा कार्यकर्ताओं ने एसडीएम दीपक सैनी से मुलाकात कर शुल्क वृद्धि पर कड़ा एतराज जताया। पूर्व में निजी दुपहिया वाहन का वार्षिक शुल्क 500 रूपये लिया जाता था, परंतु अब शुल्क बढ़ाकर 1000 रूपये कर दिया है। निजी छोटे वाहन, चार पहिया का वार्षिक शुल्क 1000 रूपये से बढा कर 2000 रूपये कर दिया गया है।
इसी के साथ ही मालरोड पर आवश्यक आपूर्ति करने वाले छोटे मालवाहन वाहनों का शुल्क भी 1500 रुपये वार्षिक से बढ़ाकर पांच हजार रुपये कर दिया गया है। ज्ञापन में कहा गया कि वर्ष भर में वार्षिक बढ़ोत्तरी आवश्यक होती है परंतु बढाई गई दरें न्याय संगत नहीं हैं। ज्ञापन में मांग की गई है कि मालरोड पर जाने वाले स्थानीय लोगों के दुपहिया व चार पहिया वाहनों सहित माल वाहक वाहनों की जारी की गई दरों को कम कर 15 प्रतिशत बढ़ा कर स्थानीय नागरिकों को राहत दी जाय। ज्ञापन देने वालों में एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल, भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, उपाध्यक्ष अरविंद सेमवाल, जगजीत कुकरेजा, नागेद्र उनियाल, अतुल अग्रवाल, सलीम अहमद शामिल रहे।