Dehradun Crime : देहरादून के सेलाकुई इलाके में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक 16 साल की नाबालिग लड़की अचानक घर से गायब हो गई। परिवार वालों की शिकायत पर दून पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए उसे पंजाब के मोहाली से सुरक्षित बरामद कर लिया। यह घटना न सिर्फ पुलिस की मुस्तैदी को दर्शाती है, बल्कि एक परिवार के लिए राहत की सांस भी लेकर आई। आइए, इस पूरी कहानी को करीब से जानते हैं।
घर से नाराजगी ने बनाया गायब होने की वजह
25 मार्च 2025 को भाववाला भगवानपुर के एक शख्स ने सेलाकुई थाने में पहुंचकर अपनी 16 साल की बहन के गायब होने की शिकायत दर्ज की। उसने बताया कि उनकी बहन बिना कुछ बताए घर से चली गई थी। परिवार ने उसे हर जगह ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। परिजनों का कहना था कि घर में डांट-फटकार के बाद वह नाराज होकर कहीं चली गई थी। इस शिकायत के बाद पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी।
दून पुलिस की तेजी ने दिखाया कमाल
घटना की गंभीरता को देखते हुए देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने सेलाकुई थानाध्यक्ष को सख्त निर्देश दिए कि नाबालिग को जल्द से जल्द ढूंढा जाए। इसके लिए एक खास पुलिस टीम बनाई गई, जिसने दिन-रात मेहनत की। टीम ने मुखबिरों को सक्रिय किया और सर्विलांस की मदद से जानकारी जुटाई। कड़ी मेहनत का नतीजा यह हुआ कि महज दो दिन बाद, 27 मार्च 2025 को पुलिस ने नाबालिग को मोहाली, पंजाब से सुरक्षित बरामद कर लिया। पूछताछ में लड़की ने बताया कि घर में हुए झगड़े से परेशान होकर वह वहां से निकल गई थी।
परिवार की खुशी और पुलिस का सम्मान
नाबालिग को सकुशल घर लाने के बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया। परिवार वालों की आंखों में खुशी के आंसू थे और उन्होंने दून पुलिस की तारीफ में कोई कसर नहीं छोड़ी। परिजनों ने कहा कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने उनकी बेटी को सुरक्षित वापस लाने में बड़ी भूमिका निभाई। यह घटना न सिर्फ पुलिस की कार्यकुशलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि सही समय पर उठाया गया कदम कितना कीमती हो सकता है।
दून पुलिस की यह सफलता नाबालिगों की सुरक्षा और अपराध रोकथाम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का सबूत है। यह कहानी हर उस परिवार के लिए उम्मीद की किरण है, जो अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहता है।