Char Dham Yatra 2025: उत्तराखंड की धामी सरकार ने चारधाम यात्रा 2025 को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है। तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए सरकार ने मानक प्रचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है, जिसमें स्वास्थ्य सुरक्षा पर खास ध्यान दिया गया है। ये एसओपी 12 भाषाओं में उपलब्ध है, ताकि देशभर के यात्री आसानी से इसे समझ सकें और अपनी यात्रा को सुरक्षित बना सकें। आइए, जानते हैं कि इस बार चारधाम यात्रा में क्या खास है और आप कैसे इसे यादगार बना सकते हैं।
स्वास्थ्य सुरक्षा को बनाया पहली प्राथमिकता
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान ऊंचाई, ठंड और मुश्किल रास्तों जैसी चुनौतियों को देखते हुए व्यापक तैयारी की गई है। यात्रियों के लिए 104 नंबर पर तुरंत मदद उपलब्ध होगी। चाहे आपको सांस लेने में तकलीफ हो या कोई और स्वास्थ्य समस्या, ये नंबर आपका सहारा बनेगा। इसके अलावा, सरकार ने हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगु जैसी 12 भाषाओं में स्वास्थ्य सलाह और गाइडलाइंस जारी की हैं, ताकि हर यात्री को अपनी भाषा में सही जानकारी मिले।
हर कदम पर मिलेगी मदद
यात्रा मार्ग पर स्क्रीनिंग पॉइंट, आपातकालीन सेवाएं और हेलीपैड जैसे स्थानों पर सहायता की पूरी व्यवस्था होगी। डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, ऑक्सीजन सिलेंडर और जरूरी दवाइयां हर जगह उपलब्ध होंगी। डॉ. राजेश ने कहा कि यात्रियों को जागरूक करने के लिए ‘क्या करें, क्या न करें’ जैसी सामग्री भी तैयार की गई है। इसके साथ ही, दूसरे राज्यों से विशेषज्ञ डॉक्टरों को भी सेवा के लिए आमंत्रित किया गया है, जो कम से कम 15 दिन तक यात्रा मार्ग पर मदद करेंगे।
यात्रा से पहले करें ये तैयारी
एसओपी में साफ कहा गया है कि यात्रा शुरू करने से पहले अपनी स्वास्थ्य जांच जरूर कराएं। दो महीने पहले से पैदल चलना, प्राणायाम और हल्का व्यायाम शुरू करें, खासकर अगर आपको दिल की समस्या है। अपनी दवाइयां, गर्म कपड़े, दस्ताने और पानी की बोतल साथ रखें। स्वास्थ्य और पर्यटन पंजीकरण ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना भी अनिवार्य है। रास्ते में स्क्रीनिंग सेंटर और मेडिकल पोस्ट का इस्तेमाल करें, ताकि छोटी सी परेशानी भी बड़ी न बन जाए।
हाईटेक सुविधाओं का भी इंतजाम
यात्रा के दौरान 28 तरह की जांचें होंगी, जैसे ब्लड प्रेशर, शुगर और ऑक्सीजन लेवल। इसके लिए रजिस्ट्रेशन पॉइंट के साथ स्क्रीनिंग सेंटर जोड़े गए हैं। हेल्थ एटीएम भी लगाए जाएंगे, जहां मुफ्त में स्वास्थ्य जांच होगी। टेलीमेडिसिन के जरिए 24 घंटे डॉक्टरों से सलाह ले सकेंगे। केदारनाथ मार्ग पर 10 मेडिकल पोस्ट और दो पीएचसी सेंटर बनाए गए हैं, जबकि गुप्तकाशी और गौरीकुंड जैसे इलाकों में हेल्थ एटीएम तैयार हैं।
तीर्थयात्रियों के लिए खास सुझाव
स्वास्थ्य सचिव ने सलाह दी कि केदारनाथ और यमुनोत्री जैसे कठिन रास्तों पर हर दो घंटे में 10 मिनट आराम करें। गर्म कपड़े, रेनकोट और पल्स ऑक्सीमीटर जैसी चीजें साथ रखें। अगर आपको हाई बीपी, अस्थमा या डायबिटीज है, तो दवाइयां और डॉक्टर का कॉन्टैक्ट नंबर हमेशा पास रखें। सीने में दर्द या सांस की तकलीफ हो तो फौरन नजदीकी मेडिकल पोस्ट पर जाएं।
चारधाम यात्रा 2025 को लेकर सरकार का ये प्रयास न सिर्फ तीर्थयात्रियों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि इसे सुरक्षित और सुगम बनाने का भरोसा भी देता है। तो तैयार हो जाइए, क्योंकि ये यात्रा आपके लिए एक अनमोल अनुभव बनने वाली है