Fastest news from Uttarakhand

केंद्रीय वित्त मंत्री को, सिडबी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक द्वारा दो मूल्यवान पुस्तकें भेंट की गईं

देहरादून- आर्थिक विकास और स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता के लिए जानी जाने वाली केंद्रीय वित्त मंत्री, निर्मला सीतारमण को सिडबी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एस. रमन्न द्वारा दो अंतर्दृष्टि प्रदान करने वाले प्रकाशन प्रस्तुत किए गए, जिसमें सिडबी द्वारा किए गए अग्रणी कार्यों को दर्शाया गया है।

प्रभाव नामक पहली पुस्तक, फंड ऑफ फंड्स का एक प्रभाव अध्ययन है, जो सरकार की स्टार्ट अप फंड ऑफ फंड्स योजना के तहत फंड आवंटन रणनीतियों के परिवर्तनकारी प्रभावों का खुलासा करती है। सूक्ष्म अनुसंधान और विश्लेषण से पता चलता है कि लगभग 100 एआईएफ के लिए 10,000 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता के उत्प्रेरक प्रभाव के कारण इस योजना के सर्वांगीण परिणाम कैसे आए, जिसमें बाजार से 5 गुना से अधिक राशि एकत्र की गई थी।

पूंजी के इस बढ़े हुए प्रवाह ने स्टार्टअप्स में नवीन समाधान, समावेशिता और विविधता को जन्म दिया, देश के भीतरी इलाकों में फंडिंग पारितंत्र को गहरा किया, शासन को मजबूत करने के साथ-साथ धन सृजन भी किया। 40% एआईएफ में पहली बार फंड मैनेजर थे और 18% महिला नेतृत्वकर्ता थीं। दूसरी पुस्तक क्लस्टर विकास पर एक व्यापक ग्रंथ है, जो इस बात पर प्रकाश डालती है कि सिडबी कैसे एक प्रोग्रामेटिक/स्ट्रक्चर्ड दृष्टिकोण के तहत समूहों में भाग ले रहा है।

सिडबी ने नीतिगत हस्तक्षेपों के महत्वपूर्ण मुद्दों के रूप में कौशल मैपिंग, प्रौद्योगिकी विकास, ऋण अंतर की पहचान की है। डाइग्नोस्टिक मैपिंग मौजूदा उद्यमों के खंडीय, क्षेत्रीय विश्लेषण और नए उद्यमों के लिए क्षमता को देखता है। डाइग्नोस्टिक अध्ययनों में प्राथमिक और द्वितीयक डेटा टैपिंग सहित वित्तीय और गैर-वित्तीय सेवाओं के अंतराल का मैपिंग शामिल है।

यह पुस्तक गैर-वित्तीय/वित्तीय मुद्दों के लिए सिफारिशों/कार्य योजनाओं के साथ-साथ प्राथमिक और माध्यमिक अनुसंधान के आधार पर कारीगरी, विनिर्माण और सेवा क्षेत्र समूहों की विविधता का प्रतिनिधित्व करने वाले 30 समूहों के ऐसे डाइग्नोस्टिक मैपिंग का संकलन है और नीचे उल्लेख किए गए समूहों में नरम और कठोर हस्तक्षेप करने की आवश्यकता का सुझाव/प्रस्ताव भी देती है। ।

सिडबी के अद्ग्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक ने भारत के उद्यमशीलता परिदृश्य को सशक्त बनाने वाली पहलों को आगे बढ़ाने में वित्त मंत्री के दृढ़ समर्थन और दूरदर्शी नेतृत्व के लिए महत्तर कृत्यज्ञता व्यक्त किया। सम्मानित मंत्री ने भारत के आर्थिक पुनरुत्थान को उत्प्रेरित करने वाली नीतियों और रणनीतियों को आकार देने में उनके महत्व को स्वीकार करते हुए, पुस्तकों को विनम्रतापूर्वक स्वीकार किया।

जैसे-जैसे भारत एक मजबूत और लचीली अर्थव्यवस्था की दिशा में अपना मार्ग प्रशस्त कर रहा है, वित्त मंत्रालय और सिडबी जैसे संस्थानों जैसे प्रमुख हितधारकों के बीच सहयोग और साझेदारी समावेशी विकास और समृद्धि के लिए राष्ट्र की आकांक्षाओं को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.