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वहनीय विरासत: अमेज़न सहेली के साथ हिमालयन हाट का दस्तकार उद्यम

देहरादून। हिमालयन हाट की कहानी हाथ से बनी चीज़ों की विरासत और इसके संस्थापकों की पारिवारिक खेती से जुड़ी जड़ों में गुंथी हुई है, जो एक समृद्ध उद्यम तैयार कर इस क्षेत्र में महिलाओं का उत्थान कर रही है। उनकी यात्रा दर्शाती है कि अमेज़न सहेली कार्यक्रम की मदद से महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिहाज़ से कितना बड़ा बदलाव आ सकता है। हिमालयन हाट की कहानी, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की मूल भावना के अनुरूप सशक्तिकरण और लचीलेपन के सार को प्रतिध्वनित करती है।

परंपरा और सामुदायिक सशक्तिकरण के लिए साझा जुनून से प्रेरित होकर, मां-बेटी की जोड़ी, इंदिरा और दिव्या ने हिमालयन हाट की स्थापना की। उनका लक्ष्य था, स्थानीय महिलाओं के लिए रोज़गार के महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करते हुए दस्तकार संरक्षण और मसालों का निर्माण करना। ऐसे दूर-दराज़ के इलाके में, हिमालयन हाट आशा की किरण के रूप में उभरा है, जो स्थानीय लोगों को रोज़गार के साथ-साथ उत्पादन में व्यावहारिक भागीदारी के ज़रिये वित्तीय स्वतंत्रता का मार्ग प्रदान करता है।

चौफिन परिवार ने पीढ़ियों से, अटूट समर्पण के साथ अपनी ज़मीन का पोषण किया था, फिर भी भौगोलिक अलगाव के कारण व्यापक बाज़ारों तक पहुंचने के लिए संघर्ष करना पड़ा। अपने समुदाय के उत्थान की गहरी इच्छा से प्रेरित होकर, दिव्या ने स्थानीय महिलाओं को रोज़गार देकर, उनके कौशल का उपयोग कर और उन्हें स्थायी आजीविका प्रदान कर हाथ से बने उत्पाद तैयार करने का बीड़ा उठाया। आज, हिमालयन हाट गुणवत्ता और वहनीयता के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता के साथ बाजार में खड़ा है।

उनके उत्पाद उपभोक्ताओं को सीधे स्रोत से थाली तक पहुंचने का अनुभव प्रदान करते हैं, और प्राचीन पर्वतीय वातावरण से प्राप्त रसायन-मुक्त सामग्री से तैयार किए जाते हैं। इसके अलावा, पर्यावरणीय प्रबंधन के प्रति उनका समर्पण नवोन्मेषी पैकेजिंग समाधानों में स्पष्ट है, जैसे पारिस्थितिक पदचिह्न (इकोलॉजिकल फुटप्रिंट) को कम करने के लिए पाइन नीडल का उपयोग करना। जनवरी 2024 में, हिमालयन हाट ने अमेज़न सहेली कार्यक्रम के साथ साझेदारी कर एक महत्वपूर्ण छलांग लगाई।

यह सहयोग ई-कॉमर्स की जटिलताओं को दूर करने, दिव्या और उनकी टीम को अपने उत्पादों को वैश्विक ग्राहकों के सामने प्रदर्शित करने में सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण साबित हुआ। संगठन के ज़रूरत के अनुरूप समर्थन और मार्गदर्शन के ज़रिये, उसने अमेज़न प्लेटफ़ॉर्म पर अपनी पेशकशों को सहजता से एकीकृत किया, जिससे उनकी दृश्यता और पहुंच बढ़ गई। हिमालयन हाट की सह-संस्थापक दिव्या चौफिन ने कहा कि अमेज़न सहेली कार्यक्रम ने हमारे लिए एक सच्ची सहेली की भूमिका निभाई है।

इसने न केवल डिजिटल मार्केटप्लेस पर हमारी यात्रा में व्यावहारिक सहायता प्रदान की है, बल्कि इसने हमें अपने ब्रांड के लिए उपभोक्ता विश्वास को बढ़ावा देने में भी सक्षम बनाया है। हिमालयन हाट आने वाले दिनों के लिए वहनीयता और सामुदायिक उत्थान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ है। हम एक ऐसे भविष्य की कल्पना कर रहे हैं जहां हिमालयन हाट अपनी पारंपरिक विरासत के प्रति सच्चे रहते हुए सीमाओं को पार करते हुए वैश्विक बाज़ारों तक पहुंचेगा। हम ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से अपनी उपस्थिति का विस्तार करते हुए हमारा मिशन अटल रहेगा और वह है,

हमारे क्षेत्र के प्रामाणिक ज़ायके को दुनिया के साथ साझा करते हुए यहां की महिलाओं को सशक्त बनाना । हिमालय की गोद में सक्रिय हिमालयन हाट की कथा सहयोग और सशक्तिकरण की परिवर्तनकारी शक्ति की प्रतीक है। अमेज़न सहेली कार्यक्रम के ज़रिये, दिव्या चौफिन और उनकी टीम न केवल उत्पाद बेच रही है बल्कि वे घर में बनी चीज़ों से एक उज्जवल, अधिक समावेशी भविष्य का निर्माण कर रहे हैं।

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