Roorkee News : उत्तराखंड से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो रिश्तों की नींव को हिला देने वाला है। एक बेटी ने अपने ही पिता के घर में सेंधमारी की साजिश रच डाली और अपने पति व एक अन्य साथी के साथ मिलकर 90 लाख रुपये की चोरी को अंजाम दे दिया। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को हैरान किया, बल्कि यह भी सवाल उठाया कि आर्थिक तंगी क्या इंसान को इतना नीचे गिरा सकती है? आइए, इस चौंकाने वाली कहानी को विस्तार से जानते हैं।
पिता की मेहनत की कमाई पर नजर
मोहम्मद सरवर अहमद, उत्तराखंड के एक साधारण व्यक्ति, ने हाल ही में अपना एक गोदाम बेचा था। इस सौदे से उन्हें 90 लाख रुपये की मोटी रकम मिली। सरवर ने सोचा कि यह रकम उनके बंद पड़े पैतृक घर की तिजोरी में सुरक्षित रहेगी, क्योंकि कोई इस सुनसान जगह पर चोरी की सोच भी नहीं सकता। लेकिन उन्हें क्या पता था कि उनकी अपनी बेटी ही उनकी मेहनत की कमाई पर नजर गड़ाए बैठी थी। बेटी और उसके पति आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे, और इस रकम ने उनके मन में लालच जगा दिया।
साजिश का जाल और टूटा ताला
10 अप्रैल को सरवर के पास उनके पड़ोसी का फोन आया। पड़ोसी ने बताया कि उनके पैतृक घर का ताला टूटा हुआ है। सरवर तुरंत मौके पर पहुंचे, लेकिन वहां का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। तिजोरी खाली थी, और 90 लाख रुपये गायब थे। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। इस बीच, सरवर को अपनी बेटी का व्यवहार याद आया। उस दिन वह घर आई थी और बार-बार फोन पर धीमी आवाज में किसी से बात कर रही थी। उसका यह अजीब व्यवहार सरवर को खटक तो रहा था, लेकिन उन्होंने अपनी बेटी पर शक करने की बजाय इसे नजरअंदाज कर दिया।
पुलिस की तफ्तीश और सनसनीखेज खुलासा
पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और सरवर की बेटी, उसके पति अजीम (एक जिम ट्रेनर), और अजीम के भाई वसीम पर शक गया। पूछताछ में तीनों ने जल्द ही अपराध कबूल कर लिया। पुलिस के मुताबिक, बेटी और अजीम ने मिलकर इस चोरी की साजिश रची थी। चोरी के दिन अजीम दोपहर में घर में घुसा, तिजोरी से नकदी निकाली, और बिना किसी को भनक लगे फरार हो गया। इस दौरान बेटी फोन पर अजीम को निर्देश दे रही थी। चोरी की रकम को कई हिस्सों में बांटा गया ताकि पुलिस की नजर से बचा जा सके।
चोरी के पैसे का क्या हुआ?
पुलिस ने बताया कि अजीम ने 48 लाख रुपये अपने घर में छिपाए, 1 लाख रुपये अपनी हेल्थ सप्लीमेंट की दुकान में रखे, और 10 लाख रुपये अपने भाई वसीम को दे दिए। इतना ही नहीं, उसने चोरी की रकम का एक हिस्सा आभूषण खरीदने में भी खर्च किया। पुलिस ने कड़ी मेहनत के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से करीब 60 लाख रुपये नकद, आभूषण, और चोरी में इस्तेमाल की गई कार बरामद की गई।
रिश्तों पर सवाल और सबक
यह घटना न केवल एक अपराध की कहानी है, बल्कि यह रिश्तों की नाजुकता को भी दर्शाती है। आर्थिक तंगी ने बेटी को अपने ही पिता के खिलाफ ऐसा कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया, जो शायद उसने कभी सोचा भी न हो। पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि कोई और साजिश सामने आ सके। यह घटना हमें यह भी सिखाती है कि हमें अपने आसपास के लोगों पर भरोसा करने के साथ-साथ सतर्कता भी बरतनी चाहिए।