---Advertisement---

Dehradun News : 24 घंटे में चौंकाने वाला खुलासा, देहरादून में बुजुर्ग महिला से लूट करने वाले गिरफ्तार

---Advertisement---


Dehradun News : देहरादून के रायपुर इलाके में एक बुजुर्ग महिला के साथ हुई पर्स छिनने की घटना ने स्थानीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया। लेकिन दून पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने इस मामले को 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया। इस घटना ने न केवल अपराधियों की हिम्मत को उजागर किया, बल्कि पुलिस की मुस्तैदी को भी सामने लाया। आइए, इस घटना और इसके पीछे की कहानी को विस्तार से जानते हैं।

घटना का विवरण: एक सामान्य दिन का असामान्य अंत

9 अप्रैल 2025 को देहरादून के अधोईवाला, रायपुर निवासी श्रीमती निर्मला गुप्ता अपने रोजमर्रा के काम से बाजार गई थीं। शाम को घर लौटते समय, उनके घर के पास ही दो मोटरसाइकिल सवार युवकों ने झपट्टा मारकर उनका पर्स छीन लिया। पर्स में 4000 रुपये नकद, एक मोबाइल फोन और कुछ जरूरी सामान था। यह घटना इतनी तेजी से हुई कि निर्मला जी कुछ समझ पातीं, उससे पहले ही अपराधी मौके से फरार हो गए। डरी-सहमी निर्मला जी ने तुरंत रायपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने तत्काल भारतीय न्याय संहिता की धारा 304(2) के तहत मामला दर्ज किया और जांच शुरू कर दी।

See also  उत्तराखंड को वैश्विक मंच पर ले जाएंगे मोदी : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट

पुलिस की त्वरित कार्रवाई: तकनीक और मेहनत का संगम

इस घटना की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, देहरादून ने तुरंत एक विशेष टीम गठित की। पुलिस ने न केवल सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की, बल्कि स्थानीय मुखबिरों को भी सक्रिय किया। आसपास के रास्तों और संदिग्ध स्थानों पर लगे कैमरों की मदद से पुलिस ने संदिग्धों की पहचान शुरू की। इसके साथ ही, पुराने अपराधियों के रिकॉर्ड की भी जांच की गई ताकि कोई सुराग मिल सके। 

पुलिस की यह मेहनत रंग लाई जब 10 अप्रैल 2025 को नानकसर गुरुद्वारा के पास से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया। इनके पास से छीना गया मोबाइल फोन, 2320 रुपये नकद, एक अवैध चाकू और घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल बरामद की गई। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान मुस्तकीम अंसारी (30 वर्ष) और समीर अली (21 वर्ष) के रूप में हुई, जो दोनों रक्षा विहार, चूना भट्टा, अधोईवाला के निवासी हैं।

See also  Uttarakhand Exclusive : सरकार की तिजोरी भरेगा अडानी ग्रुप? केदारनाथ रोपवे में करेगा निवेश

अपराध के पीछे की सच्चाई: नशे की लत का काला सच

पूछताछ में अभियुक्तों ने चौंकाने वाला खुलासा किया। दोनों ने बताया कि वे नशे की लत के शिकार हैं और अपनी इस आदत को पूरा करने के लिए उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया। नशे की खातिर उन्होंने एक बुजुर्ग महिला को निशाना बनाया, जो समाज में बढ़ती नशाखोरी की समस्या की ओर इशारा करता है। यह घटना न केवल एक अपराध की कहानी है, बल्कि युवाओं में बढ़ती नशे की लत के खतरे को भी उजागर करती है।

पुलिस का सराहनीय प्रयास: समुदाय में भरोसा जगाने वाली कार्रवाई

दून पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने न केवल अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया, बल्कि स्थानीय लोगों में सुरक्षा का भरोसा भी जगाया। पुलिस टीम में शामिल अ0उ0नि0 ए०के० बलूनी, कांस्टेबल धीरेन्द्र कुमार, प्रदीप नेगी, प्रेम पंवार और मुकेश कंडारी की मेहनत ने इस मामले को जल्दी सुलझाने में अहम भूमिका निभाई। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि तकनीक और मानवीय प्रयासों का सही तालमेल किसी भी चुनौती को हल कर सकता है।

See also  Dehradun : क्राइम कंट्रोल पर सख्त एसएसपी, थाने में अपराधियों की लिस्ट खंगाली - दिए ये सख्त आदेश

समाज के लिए सबक: सतर्कता और जागरूकता की जरूरत

यह घटना हमें सिखाती है कि हमें अपने आसपास के माहौल के प्रति सतर्क रहना होगा। खासकर बुजुर्गों और महिलाओं को बाजार या सुनसान रास्तों पर अकेले जाते समय अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। साथ ही, समाज में नशे की समस्या को खत्म करने के लिए सामुदायिक जागरूकता और पुनर्वास कार्यक्रमों की जरूरत है। दून पुलिस की इस कार्रवाई ने हमें यह भी याद दिलाया कि कानून का डर अपराधियों के मन में बरकरार रखना कितना जरूरी है।

Join WhatsApp

Join Now
---Advertisement---

Leave a Comment