Fastest news from Uttarakhand

कार्यकर्ता को बनना होगा अर्जुन, न्याय का हक मिलने तक लड़ना होगा : गरिमा दसौनी

देहरादून : उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने बतौर मीडिया प्रभारी उत्तर प्रदेश आज प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे, मीडिया चेयरमैन पवन खेड़ा, सोशल मीडिया चेयरमैन सुप्रिया श्रीनेत,और राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय दुबे की गरिमामयी उपस्थिति में मीडिया और सोशल मीडिया के पदाधिकारियो की कार्यशाला में प्रतिभाग किया।इस दौरान महारा ने कहा की प्रधानमंत्री और समूची भाजपा कांग्रेस के न्याय पत्र से घबरा गए हैं और झूठा प्रोपोगैंडा फैला रहे हैं। कांग्रेस के न्याय पत्र में देश के युवाओं, किसानों, आम आदमी, और दलित, पिछड़ों के साथ साथ सामान्य गरीब की बात शामिल है।

जनता भाजपा और प्रधानमंत्री के झूठ से ऊब चुकी है, 2024 में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। दसौनी ने कहा की यह चुनाव देश के लोकतंत्र को बचाने का चुनाव है। दसोनी ने 400 पार के नारे के पीछे की असली नियत संविधान बदलने को बताया। गरिमा ने कहा की भाजपा कांग्रेस के न्याय पत्र से इतना घबरा गई हैं कि वह अपनी गारंटियों को भूलकर दिन रात झूठा प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं, लेकिन जनता बहकावे में नही आने वाली, 10 सालों के भाजपा के कुकर्मों का हिसाब इंडिया गठबंधन सरकार बनाकर करने जा रही है।

दसौनी ने कहा की जनता को कांग्रेस के न्याय पत्र के पांच न्याय की 25 गारंटियों पर भरोसा है इसीलिए आज मोदी के जुमले गायब हो गए हैं और पूरे देश में सिर्फ कांग्रेस के न्याय पत्र की बात हो रही है। आज प्रधानमंत्री जी जनता से जुड़े मुद्दों पर बात ही नहीं करते, 10 साल में उन्होंने जो जुल्म इस देश के युवाओं और किसानों पर किये, इस देश के आम नागरिक उनके जुल्मों का हिसाब उनकों सत्ता से बाहर करके करने जा रहे हैं। मोदी आज महिलाओं के मंगलसूत्र की बात करते हैं लेकिन पूरे देश में जो महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं

और भाजपा सरकारें बलात्कारियों को संरक्षण दे रही और प्रधानसेवक मौन रहे इस बात के लिए उनको कभी माफ नहीं किया जाएगा।दसौनी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री रोजगार की बात नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि देश में कोई भी पेपर पारदर्शिता से नहीं हो पा रहा सब लीक हो रहे हैं , सरकार हाथ पर हाथ रख कर नकल माफियाओं का तमाशा देखती रही, अब देश का नौजवान भाजपा को सबक सिखाने जा रहा है। दसौनी ने कहा कि देश के संविधान की शपथ लेकर चुने हुए प्रधानमंत्री द्वारा चुनावी सभाओं में स्तरहीन बयानबाजी कर संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं,

प्रधानमंत्री जो 400 सीटों का नारा दे रहे हैं उसे इस देश की जनता, खासतौर से युवा, किसान, दलित भली भांति समझ चुके हैं। भाजपा देश के आम नागरिक के अधिकारों को समाप्त करना चाहती है। भाजपा जनता से जुड़े मुद्दों पर बात नहीं कर पा रही है और हार की हताशा की कुंठा में इस तरह बयान बाजी कर रही हैं। दसौनी ने कहा कि कांग्रेस के न्याय पत्र में कहीं हिंदू मुस्लिम की कोई बात नहीं है यह एक कोरा झूठ है जो भारतीय जनता पार्टी फैला रही है, न्याय पत्र में तो युवा न्याय की बात है

जिसमें युवाओं को 30 लाख सरकारी नौकरी, पहली नौकरी पक्की, अप्रेंटिश शिप और 1 लाख रुपए देंगें, देश की आधी आबादी महिलाओं के लिए नारी न्याय जिसमें सरकारी नौकरियों में 50 प्रतिशत आरक्षण, प्रत्येक गरीब परिवार की महिला को 1 लाख रुपए देंगें और विधानसभा लोकसभा में 33% आरक्षण लागू करेगें। देश के कामगार के लिए श्रमिक न्याय जिसमें मनरेगा की मजदूरी बढ़ाकर 400 रुपए करेंगे, उनका बीमा करेगें, किसानों के लिए किसान न्याय जिसमें किसानों का कर्ज माफ करने के साथ एम. एस. पी. को कानून का दर्जा देंगे

और साथ ही कृषि में उपयोग होने वाले सभी उपकरणों और वस्तुओं और खाद पर जीएसटी समाप्त करेंगे, और देश में सामाजिक आर्थिक भागीदारी के लिए भागीदारी न्याय है जिसमें जातीय जनगणना कराएंगे। यह सभी न्याय देश के आम आदमी के विकास की रीढ़ बनेंगे, क्योंकि पिछले 10 सालों में इस देश के आम आदमी को पीछे धकेला गया, प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा सरकार ने ऐसी नीतियां बनाई कि जिससे आम आदमी की कमर टूटती चली गई, और आज उसी का परिणाम है कि कांग्रेस पार्टी का न्याय पत्र जब से आया तब से उसकी चर्चा हो रही है

और न्याय पत्र की चर्चा का असर यह है कि प्रधानमंत्री स्वयं अपनी गारंटियों को भूलकर कांग्रेस पार्टी के न्यायापात्र पर ही चर्चा कर रहे हैं। झूठा प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं,दसौनी ने कहा की इसी बहाने हमारा न्याय पत्र देश के घर-घर भी पहुंच रहा है, अब प्रधानमंत्री मोदी की बातों को कोई गंभीरता से नहीं लेता उनकी सभी बातें और वादे झूठे साबित हो गए। कांग्रेस पार्टी के न्याय पत्र पर लोग भरोसा कर रहे हैं, 2024 में कांग्रेस इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.