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बाजगि समुदाय को राज्य आंदोलनकारी घोषित करने कि मांग, ढोल-दमाऊं के साथ विशाल रैली, कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन

उत्तरकाशी (रोबिन वर्मा)। राज्य आंदोलनकारी घोषित करने की मांग को लेकर पूरे उत्तरकाशी जनपद के बाजगी समुदाय के लोग ढोल दमाऊं, रणसिंगे के साथ उत्तरकाशी जनपद मुख्यालय में विशाल रैली आयोजन किया , साथ ही कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर जिले के सभी ब्लॉकों के बाजगी समुदाय के लोगों ने कलक्ट्रेट में आकर जिलाधिकारी के प्रतिनिधि उप जिलाधिकारी बृजेश तिवाड़ी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया।

रैली का आयोजन काली कमली धर्मशाला से पूरे बाजार से लेकर कलक्ट्रेट परिसर तक किया गया, रैली का समापन बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में समुदाय की मांगों को लेकर मन्नत मांग कर किया गया। उत्तरकाशी मुख्य बाजार में एक साथ ढोल दमाऊं सहित रणसिगों बजे , जिसकी गर्जन से पूरा बाजार गूंज उठा। समुदाय के लोगों का कहना है कि वे लंबे से राज्य आंदोलनकारी घोषित करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार उनकी मांगों पर अमल नहीं कर रही है।

ढोलसागर कला मंच के जिलाध्यक्ष भाग्यान दास ने कहा कि पृथक उत्तराखंड राज्य के लिए जब पहाड़ के लोग लड़ाई लड़ रहे थे, तो उस समय आंदोलन को सफल करने और लोगों को जागरूक करने के लिए आगे ढोल दमाऊं और रणसींगा लेकर वाजगी समुदाय के लोग चलते थे। कई बार बाजगी समुदाय के लोगों को भी पुलिस की लाठियां खानी पड़ी।

उस समय आंदोलन में यही सोचकर अपनी भागीदारी निभाई कि एक बार अपना प्रदेश मिल जाएगा, तो हमें भी अन्य लोगों की तरह राज्य आंदोलनकारी घोषित किया जाएगा। बजगी समुदाय के प्रदेश अध्यक्ष सतीश दास ने कहा कि प्रदेश सरकार बाजगी समुदाय की अनदेखी कर रही है, आज बाजगी समुदाय के लोग अपने आप को को ठगा महसूस कर रहे हैं। बाजगी समुदाय के लोग आंदोलन के समय आंदोलनकारियों की अगुवाई करते थे ।

इस दौरान कर्मदास, ऐलम दास, मोहनदास, अजय दास, अमित दास,जसपाल दास, अनिल ,बालकृष्ण दास, कमल दास, विनीत, विवेक,जगवीर, सौरभ डौडियाल, दर्शन, आदि मौजूद रहे।

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