राज्य सरकार कर रही आंगनबाड़ी बहनों के हितों के लिए लगातार कार्य : रेखा आर्या
कुल 5 हजार 115 मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ती हुई पूर्ण आंगनबाड़ी कार्यक्रतियो के रूप में समायोजित
देहरादून: आज देहरादून में अतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की मंत्री रेखा आर्या ने मिनी आंगनबाडी कार्यकत्री से आंगनबाडी कार्यकत्री के पद पर समायोजन के प्रमाण पत्रो का वितरण किया।जहां कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया।इस दौरान विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी प्रस्तुत की गई।
वहीं कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रेखा आर्य ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद ज्ञापन किया कहा कि देश के समस्त मिनी आंगनबाडी केन्द्रो का उच्चीकरण पूर्ण आंगनबाडी केन्द्रों के रुप में किया गया है। इस निर्णय से उत्तराखण्ड में 5115 महिलाओं के रोजगार के नये द्वार खुले हैं। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है
कि उत्तराखण्ड के समरत 5115 मिनी केन्द्रो पर कार्यरत महिलाओं को आगनबाड़ी कार्यकत्री के पद पर समायोजित किया जाये। महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में यह एक अभूतपूर्व निर्णय है, जिसके द्वारा सुदूरवर्ती क्षेत्रों में आगनबाडी के साथ-साथ महिलाओं एवं बच्चों की अन्य योजनाओ के क्रियान्वयन में योगदान का प्रतिफल मिनी कार्यकर्तियों को दिया गया है। यह निर्णय मातृशक्ति को उत्तराखण्ड सरकार का नमन है।
विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि उत्तराखण्ड के सभी आगनबाडी केन्द्र स्मार्ट केन्द्र के रुप में कार्य करते हुए महिलाओं एवं बच्चों की योजनायें सर्वागीण रुप में लाभार्थियों तक पहुंचायें। उन्होंने कहा कि महिलाओ की मौलिक आवश्यकताओं की गरिमा के साथ पूर्ति हेतु केन्द्र व राज्य सरकार प्रतिबद्ध है, जिसके हम सभी साक्षी हैं। आज हमारी मातृशक्ति को शौचालय, बिजली, पानी, गैस, बैंक अकाउट सहजता से उपलब्ध है, यह मा० प्रधानमंत्री जी का प्रयास है. इस बदलाव पर मुझे गर्व है।
यही सच्चा महिला सशक्तीकरण है कि चूल्हें पर काम करने वाली महिला सीधे विधानसभा व लोकसभा में नेतृत्व प्रदान करने का सपना देख सकती है। राज्य की सेवाओं में 30 प्रतिशत आरक्षण मा० मुख्यमंत्री जी द्वारा राज्य की बहनो को दिया गया पुरस्कार है, जो महिलाओं के सशक्तीकरण के क्षेत्र में मजबूत कदम है।
कहा कि राज्य सरकार द्वारा समान नागरिक सहिता लागू करने का अभूतपूर्व निर्णय लिया गया जो मातृशक्ति के हित में एक व्यापक बदलाव लायेगा। कार्यक्रम में उपस्थित जनपद देहरादून की 109, अल्मोडा की 01 व हरिद्वार की 96 मिनी कार्यकत्रीयों को आगनवाडी कार्यकत्री के रुप में समायोजित करने के प्रमाण पत्र वितरित एवं महिला कल्याण की बाल देख रेख संस्थाओं में योगदान/उपलब्धि हेतु 03 पूर्व संवासियों को पुरस्कार प्रदान किये गए।
इस अवसर पर राजपुर विधायक खजानदास, निदेशक प्रशांत आर्य, उपनिदेशक विक्रम सिंह, सीपीओ मोहित चौधरी सहित विभागीय अधिकारी, कर्मचारी और समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ती उपस्थित रहे।