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इनसाइट्स का लाभ उठाने के लिए एक्सिस माई इंडिया के साथ साझेदारी की

एनएसडीसी ने स्किल गैप की मैपिंग करने और परिणामों को मापने में डेटा-ड्रिवन

देहरादून। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने भारत भर में कौशल की डिमान्ड और सप्लाई की रणनीतिक मैपिंग करने के लिए कंज्यूमर इंटेलिजेंस कंपनी एक्सिस माई इंडिया के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी का उद्देश्य प्रमुख स्किलिंग पहलों में डेटा-ड्रिवन गैप की पहचान करना, उनके परिणामों को मापना और विशेष रूप से वंचित क्षेत्रों में लाभार्थी भागीदारी की दरों को बढ़ाना है। इस साझेदारी के माध्यम से एनएसडीसी, एक्सिस माई इंडिया की रिसर्च एक्सपर्टाइज़ का उपयोग करके इंडस्ट्री ड्रिवन कौशल विकास पहलों को बढ़ावा देने के अपने मिशन को सपोर्ट करना चाहता है जो प्रशिक्षण कार्यक्रमों को बाजार की जरूरतों के साथ जोड़ता है।

एनएसडीसी लाभार्थियों पर मौजूदा कौशल विकास कार्यक्रमों के प्रभाव का आकलन करने में भी सक्षम होगा, जिसमें उनकी रोजगार क्षमता, आय सृजन और सामाजिक-आर्थिक उत्थान शामिल है। एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के एमडी वेद मणि तिवारी ने इस साझेदारी के महत्व पर जोर देते हुए कहा एक्सिस माई इंडिया के साथ हमारी साझेदारी विभिन्न क्षेत्रों में स्किल गैप की पहचान करने और उसे दूर करने के हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है। कॉम्प्रिहेंसिव डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके, हम अपने विभिन्न कौशल पहलों की प्रभावकारिता को बढ़ाएंगे। साथ मिलकर, हम इम्प्लीमेन्टेशन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए भारत को स्किलिंग के लिए एक ग्लोबल हब बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

तिवारी ने आगे कहा, यह साझेदारी न केवल हमारे मिशन को मजबूत करती है, बल्कि हमें उद्योगों और महत्वाकांक्षी व्यक्तियों की जरूरतों के साथ अपने कौशल कार्यक्रमों को बेहतर ढंग से जोड़ने के लिए डेटा-ड्रिवन इनसाइट्स और इनोवेटिव रणनीतियों का लाभ उठाने में भी सशक्त बनाती है। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि ग्रामीण और वंचित समुदायों की भागीदारी अधिकतम हो, जिससे समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले। एक्सिस माई इंडिया के सीएमडी प्रदीप गुप्ता ने कहा, हम एनएसडीसी के साथ साझेदारी करके उत्साहित हैं, ताकि जमीनी स्तर की इनसाइट्स को परिवर्तनकारी कौशल प्रयासों के साथ जोड़ा जा सके। साथ मिलकर, हम लोगों को, विशेष रूप से वंचित समुदायों में, ऐसे कौशल के साथ सशक्त बना सकते हैं जो आज की अर्थव्यवस्था की मांगों को पूरा करते हैं। यह साझेदारी युवा भारत के जनसांख्यिकीय लाभांश का लाभ उठाने में मदद करेगीष्। यह साझेदारी एक मजबूत ईकोसिस्टम बनाने के लिए तैयार है जो न केवल मौजूदा स्किल गैप की बात करती है बल्कि पूरे भारत में सतत आर्थिक विकास की नींव भी रख रही है।

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