सृजन और स्मृतियों का संग्रहालय : साईं सृजन पटल
डोईवाला: कर्णप्रयाग पीजी कॉलेज से 31 मार्च 2024 को प्राचार्य पद से सेवानिवृत्त हुए और बड़कोट महाविद्यालय में आदर्श गुरू रहे प्रो. के.एल. तलवाड़ ने अपने आवास ‘साईं कुटीर’ में ‘साईं सृजन पटल’ की स्थापना की है। यह पटल लेखन और सृजन को सकारात्मक ऊर्जा देने का केंद्र बन रहा है। आकाशवाणी देहरादून केंद्र की उद्घोषिका भारती आनंद ने पटल का अवलोकन करते हुए इसे लेखकों और सृजनकर्ताओं के लिए प्रेरणादायक स्थान बताया।
उन्होंने कहा कि यहां भारत की आजादी के प्रथम दिवस, 15 अगस्त 1947, का दैनिक समाचार पत्र, उत्तरकाशी में 30 वर्ष पूर्व आयोजित मोरारी बापू की राम कथा की मीडिया कवरेज का संकलन, और डोईवाला महाविद्यालय में समाचार लेखन की कला पर आधारित स्टूडेंट किट जैसे अनमोल दस्तावेज संरक्षित हैं। कोरोना काल में प्रो. तलवाड़ द्वारा छात्रहित में बीए हिंदी विषय के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की हस्तलिखित पुस्तक का प्रयास उल्लेखनीय है।
साथ ही, कर्णप्रयाग कॉलेज के छात्र अजय कुमार द्वारा बनाए गए चित्र और पटल के छोटे पुस्तकालय में उच्च कोटि की पुस्तकों का संग्रह इसकी गरिमा को बढ़ाते हैं। पटल के प्रवेश द्वार पर लगाई गई फोटोग्राफी प्रदर्शनी और कार्यालय की साज-सज्जा हर आगंतुक को आकर्षित करती है। पटल की मासिक पत्रिका ‘साईं सृजन पटल’ नवोदित लेखकों और सृजनकर्ताओं को प्रोत्साहित कर रही है।
पटल की स्थापना के बाद से उच्च शिक्षा निदेशक, संयुक्त शिक्षा निदेशक, सेवानिवृत्त प्राचार्य, प्रोफेसर, समाजसेवी, वरिष्ठ पत्रकार और नवोदित लेखक यहां आकर इस प्रयास की सराहना कर चुके हैं। ‘साईं सृजन पटल’ ने न केवल लेखन और सृजन को एक नया आयाम दिया है, बल्कि यह साहित्य और संस्कृति के संरक्षण का भी महत्वपूर्ण केंद्र बन गया है।