भारत को हर क्षेत्र में विश्व में सर्वप्रथम बनाने की नींव मोदी जी ने 10 वर्षों में डालने का काम किया: अमित शाह
मोदी के अंदर विजन, एक्सपीरिएन्स और कमिटमेंट का अद्भुत मेल है
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता अमित शाह ने बतौर मुख्य अतिथि PHD चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के 119वें वार्षिक अधिवेशन को संबोधित करते हुए यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत को हर क्षेत्र में विश्व में सर्वप्रथम बनाने की नींव मोदी जी ने बीते 10 वर्षों में डालने का काम किया है। मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों के ट्रैक रिकॉर्ड को देखा जाए तो नए भारत के निर्माण में जुटे शाह का दावा शत-प्रतिशत सच प्रतीत होने लगता है।
इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास, दुनिया भर में भारत को मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाने का काम, इन्वेस्टर फ्रेंडली इकोसिस्टम का निर्माण, स्किल वर्क फोर्स का निर्माण, रिसर्च एंड डेवलपमेंट को प्रोत्साहित करने का काम, इमर्जिंग टेक्नोलॉजी में भारत को पायनियर बनाने का काम, डीप-सी, मैरीटाइम इकोनॉमी और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में नई शुरुआत करने का काम मोदी जी ने बहुत दूरदर्शिता के साथ किया है। दुनिया का सबसे लंबा हाइवे टनल आज भारत में है। विश्व का सबसे ऊँचा रेलवे ब्रिज भारत में है। कोलकाता का अंडर वाटर मेट्रो जैसा इंफ्रास्ट्रक्चर पिछले 10 सालों में निर्मित हुआ है।
अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप में समुद्र के नीचे बिछी ऑप्टिकल फाइबर से दूर-दराज के क्षेत्र में कनेक्टिविटी लाकर व्यापार के अवसरों को बढ़ावा देना और चंद्रमा के शिव शक्ति पॉइंट पर तिरंगा को फहराना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है। सागरमाला परियोजना से अविकसित क्षेत्रों को रोड के जालों से जोड़ना, वंदे भारत ट्रेन के माध्यम से देश भर में सुविधापूर्ण यात्रा का नया एवेन्यू खोलना, सेमी-कंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग से देश ही नहीं दुनिया भर की जरूरतों को पूरा करना, इलेक्ट्रिक वाहनों में नई क्रांति लाना अपने आप में बड़ी उपलब्धि है। आज हम विश्व में सबसे बड़ी और तेजी से उभरती हुई स्टार्टअप इकोनॉमी बने हैं।
भारत ने विश्व की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट सिस्टम को लॉन्च किया है, जिसे दुनिया के अन्य देश स्वीकार कर रहे हैं। फूड सेक्यूरिटी से लेकर हेल्थ सेक्यूरिटी तक सभी आयामों को बीते 10 वर्षों में सुनिश्चित किया गया है। वह दिन दूर नहीं है जब साल 2047 में देश की आजादी की शताब्दी मनाई जाएगी तब भारत पूर्ण विकसित राष्ट्र के रूप में दुनिया के सामने खड़ा होगा और साल 2027 तक दुनिया की तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था की तालिका में शामिल होगा। देश ही नहीं बल्कि दुनिया ने देखा है कि इन दोनों लक्ष्यों को पूरा करने के लिए मोदी जी कई योजनाओं के साथ 10 साल से प्रयास कर रहे हैं।