प्लास्टिक प्रबंधन पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा गांव गांव में चलाया जा रहा है स्वच्छता अभियान
उत्तरकाशी (रोबिन वर्मा)। जनपद उत्तरकाशी में उत्तराखंड राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत गठित समस्त स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा अपने- अपने गांव में प्लास्टिक प्रबंधन पर जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें प्लास्टिक का कैसे उचित प्रबंधन हो इस पर प्रयोगात्मक रूप से महिलाओं के साथ-साथ गांव के अन्य लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है, मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने कहा कि वर्तमान में बृहद स्तर पर शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी प्लास्टिक एवं उस से संबंधित वस्तुओं का बहुत ही मात्रा में प्रयोग में लाया जा रहा है, परंतु प्लास्टिक के उचित प्रबंधन न होने के कारण पर्यावरण दूषित हो रहा है
जिस हेतु समस्त विकास खण्डों में एनआरएलएम के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्लास्टिक के उचित प्रबंधन पर समय-समय पर जानकारी प्रदान की जा रही है, ताकि वह अपने गांव में प्लास्टिक के उचित प्रबंधन पर सामूहिक रूप से कार्य कर सकें जिस पर समूह की महिलाओं द्वारा प्लास्टिक को एकत्र कर प्लास्टिक की बोतल में पैक कर उचित प्रबंधन किया जा रहा है, गौरतलब है कि यह अभियान गैर संगठन प्लान इंडिया के सहयोग से भी जनपद में संचालित है जिसमें डेली प्रयोग किए जाने वाले प्लास्टिक जैसी चिप्स, नमकीन ,प्लास्टिक की थैली आदि के रैपर को एक प्लास्टिक की बोतल में पैक किया जाता है जिसे लगभग पूर्ण होने में एक माह का समय लगता है
प्लास्टिक बोतल पूर्ण भरे जाने पर इसका प्रयोग व्यक्तिगत सब्जियों की क्यारी में डिजाइनिंग के रूप में उपयोग में भी लाया जा सकता है और अधिक मात्रा में एकत्र किए जाने पर उचित निस्तारण हेतु प्रक्रिया भी गतिमान है जिस है हेतु समस्त विकास खण्डों में एडियो पंचायत को जिम्मेदारी दी गई है। जिला थेमेटिक विशेषज्ञ एनआरएलएम प्रमेन्द्र राणा का कहना है की प्लास्टिक के उचित प्रबंधन पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ संबंधित गांव के छात्र-छात्राओं को भी सक्रीय महिलाओं के सहयोगसे इस अभियान से जोड़ा जा रहा है ताकि बृहद स्तर पर इसका प्रचार हो सके और हम गांव को प्लास्टिक से मुक्त कर सके।