बाइटएक्सएल ने कलारी कैपिटल और माइकल एंड सुसान डेल फाउंडेशन से 5.9 मिलियन डॉलर की सीरीज ए फंडिंग जुटाई
देहरादून- इंजीनियरिंग की शिक्षा में बदलाव लाने पर केंद्रित और भारत के तेजी से बढ़ते एडटेक प्लेटफॉर्म बाइटएक्सएल ने सीरीज ए फंडिंग राउंड में 5.9 मिलियन डॉलर की पूंजी जुटाई है। माइकल एंड सुसान डेल फाउंडेशन के साथ इस फंडिंग राउंड का नेतृत्व मुख्य निवेशक के रूप में कलारी कैपिटल ने किया। यह निवेश पिछले चार वर्षों के दौरान कंपनी की जबरदस्त ग्रोथ पर मुहर लगाने के साथ ही भारत भर के टियर II और टियर III श्रेणी के शहरों में इंजीनियरिंग छात्रों को उच्च-गुणवत्ता के किफायती तकनीकी कौशल मुहैया कराने के बाइटएक्सएल के मिशन पर जोर देता है।
नई पूंजी का उपयोग टीम विस्तार, प्रॉडक्ट डेवलपमेंट, नए डिजिटल उपकरणों और तकनीकों की पेशकश करने और देश भर के ज्यादा से ज्यादा कॉलेजों और विश्वविद्यालयों तक पहुंच बनाने के लिए किया जाएगा। अपनी स्थापना के बाद से, बाइटएक्सएल ने पूरे भारत में 26 से अधिक कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी करके प्रोग्रामिंग, साइबर सुरक्षा, पूर्ण स्टैक विकास, क्लाउड टेक्नोलॉजीज आदि जैसी उभरती तकनीकों समेत विभिन्न सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज में एक लाख से अधिक छात्रों को प्रशिक्षण दिया है। इन कोशिशों की वजह से प्लेसमेंट दर में वृद्धि हुई है और उनके साझेदार संस्थानों में छात्रों की संख्या बढ़ी है।
हाल ही में, बाइटएक्सएल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में एक नया बी.टेक सीएसई पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ सहयोग किया है, जिसे मौजूदा उद्योग की मांगों को पूरा करने के मकसद से तैयार किया गया है। बाइटएक्सएल के सीईओ और को-फाउंडर, करुण ताडेपल्ली ने कहा, “बाइटएक्सएल में, हम सिर्फ कोडिंग नहीं सिखा रहे हैं; बल्कि देश भर में तकनीकी शिक्षा में इनोवेशन को शामिल करते हुए भविष्य को नया आकार दे रहे हैं। यह फंडिंग भविष्य के इंजीनियरों को अत्याधुनिक कौशल और तकनीकों से सशक्त बनाने की कोशिशों में हमारे भरोसे को बढ़ाएगी और इससे तेजी से शिक्षा और उद्योग के बीच अंतर को कम करने में मदद मिलेगी।”
कलारी कैपिटल के पार्टनर संपत पी ने कहा, “भारत और अन्य बाजारों में इंजीनियरिंग स्कूल तेजी से विकसित हो रहे तकनीकी विषयों में पाठ्यक्रम, शिक्षाशास्त्र और उद्योग की तत्परता के उच्च मानकों को बनाए रखने के लिए विकसित हो रहे हैं। एआई की तेज प्रगति की वजह से यह आवश्यकता छात्रों को अगली पीढ़ी की टेक्नोलॉजी जॉब्स में सफल होने में सक्षम बनाने की राह में बड़ी चुनौती है। बाइटएक्सएल परिचालन विशेषज्ञता, उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षकों और एक इंटरैक्टिव डिजिटल शिक्षण मंच के साथ विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के लिए एक वास्तविक साझेदार बनने की दिशा में काम कर रहा है।
करुण, चरण और टीम ने प्रौद्योगिकी और पाठ्यक्रम के वितरण में शामिल प्रत्येक हितधारकों की मुख्य जरूरतों को समझने में काफी समय बिताया है, और भारत में सीखने के नतीजों और तकनीकी प्रतिभा की गुणवत्ता में सुधार को लेकर वे प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं। हम इस मिशन में उनके साथ साझेदारी करने को लेकर उत्साहित हैं।”माइकल एंड सुज़ैन डेल फाउंडेशन के वरिष्ठ निदेशक, संजय मोदी ने कहा, “बाइटएक्सएल भारत में इंजीनियरिंग कॉलेजों के शिक्षण और सीखने में बदलाव ला रहा है। शिक्षा और उद्योग के बीच के अंतर को कम करते हुए यह टियर II और टियर III श्रेणी के शहरों में छात्रों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए तैयार है।
यह निवेश गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ाने और अकादमिक शिक्षा और उद्योग की मांगों के बीच अंतर को कम करने के हमारे उद्देश्यों के मुताबिक है।’’