कांग्रेस हाईकमान की युवाओं की चिंता आडंबर, कांग्रेस शासित घोटालों पर चुप्पी
देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर कांग्रेस का प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन भड़काऊ कदम है। जबकि सच्चाई यह है कि युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए सरकार तत्पर है। चौहान ने कहा कि यूजीसी नेट मे धाँधली की शिकायत मिलते ही सरकार ने तत्परता से परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया और सीबीआई जांच की संस्तुति की है। वहीँ नीट को लेकर भी केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आश्वस्त किया है कि किसी भी युवा के भविष्य के साथ खिलवाड़ नही होने दिया जायेगा।
सरकार युवाओं के भविष्य को लेकर तत्पर है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ प्रतियोगी वातावरण बनाने की दिशा मे सरकार हर संभव कोशिश कर रही है और नई शिक्षा नीति भी उसी का हिस्सा है। देश के बुद्धिजीवी और यहाँ तक कि विदेश मे भी नई शिक्षा नीति को सराहा गया है, लेकिन कांग्रेस पुराने परिवेश से बाहर निकालना नही चाहती। नई शिक्षा नीति विकसित हो रहे भारत की प्रगति के लिए जरूरी है। चौहान ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष का प्रदेश मे भर्ती घोटालों को लेकर कथन सरासर दृष्टिदोष है।
उन्होंने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने न केवल भर्ती घपलों पर विराम लगाया, बल्कि आरोपियों को सलाखों के पीछे भी भेजा और भविष्य मे ऐसी संभावना न हो इसके लिए कड़ा नकल कानून भी बनाया है। आज उतराखंड के कड़े नकल कानून का देश के अन्य राज्य भी परीक्षण और लागू कर रहे हैं। जबकि यही कांग्रेस नेता लगातार नकल कानून का विरोध करते रहे। चैहान ने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व की कथित चिंता भी आडंबर है। और पेपरलीक के मुख्य आरोपी अपने सहयोगी दल राजग से संबंध को हटाने के लिए साजिश मात्र है।
उत्तराखंड, राजस्थान या ऐसे अन्य प्रदेश जहां उसकी सरकारे रही, उस समय वह मौन थे जब उन राज्यों मे भर्ती घोटाले हो रहे थे। उत्तराखंड मे कई भर्ती घोटोले कांग्रेस की देन रही और कई मामलों मे वह घोटालेबाजों के साथ भी रही। राजस्थान की गहलौत सरकार में डेढ़ दर्जन पेपरलीक हुए, लेकिन राहुल गांधी की आवाज नही निकली। उन्होंने कहा कि जोशीमठ भूस्खलन, महिलाओं के साथ लाठीचार्ज, अंकिता भंडारी सहित सभी मुद्दों पर कांग्रेस के दुष्प्रचार की हवा निकल चुकी है। कांग्रेस को महज विरोध की राजनीति करनी है और जन हित से संबंधित मुद्दों से उसका कोई सरोकार नही।