Chamoli : सीमा सड़क संगठन द्वारा यात्रा मार्ग से ढाबों को हटाये जाने एवं नोटिस थमाये जाने से ढाबा संचालको में रोष
चमोली ( प्रदीप लखेड़ा )। चारधाम यात्रा शुरु होने में अब कुछ ही दिन शेष है जिसको लेकर शासन-प्रशासन स्तर पर तैयारियां जोर- शोर से चल रही है तो वही यात्रा पर निर्भर रहने वाले हाईवे पर ढाबा संचालको की मुसीबतें भी शुरु हो गई है।
बदरीनाथ हाईवे पर मारवाडी के समीप विगत कई वर्षों से स्थानीय लोग ढाबे और छोटी-मोटी दुकान को संचालित कर अपने परिवार की आजिविका चलाते है जिन पर बीआरओ ने कार्यवाही शुरु कर दी है। मंगलवार को मारवाडी पुल के समीप कुछ ढाबों को बीआरओ के द्वारा तोड दिया गया है तो कुछ ढाबा संचालको को तुंरत खाली करने को कह दिया गया है।
इस पर मारवाडी के समीप ढाबा चलाने वाले दिलवर सिह पंवार व बांके टम्टा का कहना है कि वे विगत कई वर्षो से यहां पर ढाबे चलाकर अपने रोजी रोटी चला रहे है, लेकिन बीआरओं के द्वारा ढाबे को तोडा जा रहा है, बताया कि जब यात्रा सीजन शुरु होने को है ऐसे समय मे ढाबा तोडना न्याय संगत नही है उन्होने बताया कि कपाट बंद होने के बाद ये कार्यवाही क्यो नही की गई ऐसे में उन्होंने बैंक से कर्ज लेकर सामन खरीद दिया है अब वो बैक का कर्जा कैसे देगे।
स्थानीय निवासी कामरेड अतुल सती का कहना है कि, पिछले साल भी यहां कुछ अस्थाई दुकानें ऐसे ही हटाई गई थी, तब जिन्हे प्रशाशन ने सड़क से दूर मानते हुए छोड़ दिया था अब उन्हें भी उजाड़ा जा रहा है।
यह सरकार गरीब बेरोजगारों को रोजगार देने में तो सक्षम नहीं है.. और जो अपने आप किसी तरह अपना परिवार चलाने को स्वरोजगार कर रहे हैं उन को भी उजाड़ दे रही है।
यह कार्यवाही बन्द होनी चाहिए, सीमा सड़क संगठन को अतिक्रमण की इतनी ही चिंता है तो फीता लगाकर सब पर समान कार्यवाही करें, बड़े होटल मालिकों को बचा कर गरीबों पर यह कार्यवाही केवल दादागिरी है अन्याय पूर्ण है।
सीमा सड़क संगठन के कमांडर अंकुर महाजन का कहना है कि माननीय उच्च न्यायालय के सरकारी भूमि पर अतिक्रमण हटाने के क्रम में ये कार्यवाही की गई है, कहा कि अतिक्रमण करने वालों को मौखिक तौर पर भी और नोटिस देकर भी अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया है।