अबीर के “मेमोरी लेन” की लय को महसूस कर, अपने दिल के घावों को भरें, जो टूटे दिल के लिए मलहम की तरह है।
देहरादून: जज्बातों के महारथी अबीर, अपने नए ईपी “मेमोरी लेन” के साथ संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उनकी इस नई पेशकश में कुल पांच भावपूर्ण ट्रैक हैं – “मेरी होई नी”, “जाने क्यूं”, “मैं नी तेरा”, “जाने के बाद” और “लास्ट फ्लाइट”, हर एक ट्रैक दिल टूटने के गहरे घावों को भरने की ताकत रखता है। और कभी न भुलाई जाने वाली यादों को मीठे अनुभव में बदलने की अबीर की एक कोशिश है।
अबीर द्वारा गाया और लिखा गया, “मेमोरी लेन” एक ऐसा संगीतमय तानाबाना है, जो सीधे आत्मा से जुड़ता है। दिल टूटने के एहसास को एक नई परिभाषा देता है। उनके गाने अर्थपूर्ण लिरिक्स और असरदार बिट्स का मिश्रण हैं, जो मिलकर एक शानदार समकालीन माहौल बनाते हैं।अबीर ने “मेमोरी लेन” ईपी में हिंदी और पंजाबी अंदाज़ का सुंदर मिश्रण किया है, जिससे श्रोता संगीत पर झूमते हुए सभी भावनाओं को महसूस कर सकते हैं।
प्यार के सुनहरे पल, उसे खोने का दर्द और फिर खुद से संभालना इन सभी एहसासों को एकदम अनूठे और असरदार तरीके से बयां करने की उनकी क्षमता दर्शकों को चाहे वो जहां भी रहे एक साथ जोड़ती है, जो दिल टूटने और आगे बढ़ने के एक नए नजरिए को भी पेश करती है। गायक तथा गीतकार अबीर ने बताया कि “मेमोरी लेन बनाना मेरे लिए जज्बातों से भरे एक सफर की तरह है। जो मेरी निजी जिन्दगी के उतार चढ़ाव को दिखाता है।
ईपी कहानियों का एक पुलिंदा है और मेरा मानना है कि श्रोताओं के साथ वह बड़ी आसानी से जुड़ जायेगा। हर कोई उसे अपनी ही कहानी मानेगा। उसके ट्रैक का एक – एक नोट हम सभी की मिलती जुलती भावों भरी कहानी को बयां करता है। यह मेरे दिल का टुकड़ा है और मैं इस ईपी को दुनिया के साथ साझा करते हुए बहुत रोमांचित हूं। मुझे उम्मीद है कि श्रोता इसे अपना समझ कर इससे जुड़ेंगे।”