कैप्टन पाइप्स का फाइनेंशियल ईयर 24 की नौवी वित्तीय तिमाही में शुद्ध लाभ 262 प्रतिशत बढ़ा
देहरादून: पीवीसी पाइप्स उद्योग की लीडिंग कंपनियों में से एक कैप्टन पाइप्स लिमिटेड ने 27 जनवरी, 2024 को आयोजित अपनी बोर्ड मीटिंग में 31 दिसंबर 2023 को समाप्त हो रहे तिमाही और नौ महीने के लिए कंपनी के अन-ऑडिटेड वित्तीय परिणामों को मंज़ूरी दे दी है। बोर्ड ने स्टेट्यूटरी अप्रूवल के अधीन, इक्विटी शेयर्स के राइट्स इश्यू के माध्यम से 50 करोड़ रुपये तक बढ़ाने को मंज़ूरी दे दी। इस राइट्स इश्यू की आय का उपयोग कंपनी द्वारा फाइनेंशियल ईयर 24 की तीसरी तिमाही में विस्तार के लिए घोषित किया जाएगा।
फाइनेंशियल ईयर 24 की तीसरी तिमाही और फाइनेंशियल ईयर 24 के नौ माह के प्रदर्शन पर कमेंट करते हुए, मैनेजमेंट ने कहा कि, “हमें वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए समाप्त हुई तीसरी तिमाही और नौ महीनों के लिए वित्तीय हाइलाइट्स पेश करते हुए खुशी हो रही है।ऑपरेशनल रेवेन्यू परिचालन 12.8% कम हो गया, जो फाइनेंशियल ईयर 23 के नौ माह में 6427.73 लाख रुपये से फाइनेंशियल ईयर 24 के नौ माह में 5608.64 लाख रुपये पहुंचा, पीवीसी रेजिन की कीमतों में कमी के कारण सभी प्राप्तियां प्रभावित हुईं।
इसके अलावा, प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (पीएटी) में 262% की वृद्धि हुई, जो फाइनेंशियल ईयर 23 के नौ माह में 84.98 लाख रुपये से फाइनेंशियल ईयर 24 के नौ माह में 307.70 लाख रुपये हुई। यह चुनौतीपूर्ण बाज़ार स्थितियों के बावजूद भी ऑपरेशनल एफिशिएंसी और सस्टेनेबल ग्रोथ के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। तिमाही के दौरान, कंपनी ने अहमदाबाद के पास कुल 38054 वर्ग मीटर की औद्योगिक भूमि की खरीद भी पूरी की।
इस अधिग्रहीत भूमि का उपयोग पीवीसी पाइप्स और फिटिंग्स के लिए ग्रीनफील्ड मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी स्थापित करने के लिए किया जाएगा। बोर्ड ने कंपनी की स्ट्रेटिजिक विज़न और विकास के प्रति प्रतिबद्धता के अनुरूप धन जुटाने के लिए इक्विटी शेयर्स के राइट्स इश्यू को मंज़ूरी दे दी है। बोर्ड उचित समय पर धन जुटाने के विवरण पर अपडेट करेगा। यह फंड एक्सपेंशन इनीशिएटिव्स का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”
कैप्टन पाइप्स लिमिटेड की सफलता के शीर्ष पर श्री रमेश खिचड़िया और श्री गोपाल खिचड़िया के नेतृत्व वाली एक गतिशील प्रबंधन टीम है, जिनके पास उद्योग का 30 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उनकी रणनीतिक दृष्टि और नेतृत्व ने कंपनी के विकास और बाज़ार में उसकी स्थिति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।