देहरादून (एजेंसी)। राज्य की राजधानी में जमीनों के फर्जीवाडें में लिप्त भू माफियाओं पर पुलिस व प्रशासन बड़ी कार्रवाई करने जा रहा है। ऐसे माफिया जिन पर गैगेस्टर लग चुकी है या जिन पर चार से अधिक जमीनी धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं उनको जिला बदर किया जाएगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य की राजधानी में जमीनों के गोरखधंधे में लगे दो दर्जन माफियाओं की सूची इस समय पुलिस व प्रशासन के पास उपलब्ध है जो कि जमीनों के गोरखधन्धे के मामले में लिप्त हैं और कई बार जेल जा चुके हैं।
बताया जा रहा है कि इसमें अधिकाशं ऐसे हैं जिन पर गैंगेस्टर के तहत कार्रवाई की जा चुकी है लेकिन फिर भी बाज नहीं आ रहे हैं। इसमें अधिकांश माफिया ऐसे हैं जो कि जमीनों की धोखाधड़ी कर कई लोगों को चूना लगा चुके हैं।
बताया जा रहा है इन माफियाओं ने फर्जी आधार कार्ड, पेन कार्ड ही नहीं बल्कि फर्जी आदमी भी बना दिए। जो आदमी मर चुका है उसको भी ये माफिया रजिस्ट्रार कार्यालय में जिन्दा ले आए। ऐसे माफियाओं की संख्या वैसे तो कई ज्यादा है लेकिन वर्तमान में दो दर्जन से अधिका ऐसे माफिया चिन्हित किए गये हैं जो कि कई बार इस तरह के कारनामे कर चुके हैं।
बताया जा रहा है कि इन माफियाओं पर गैगेस्टर भी लग चुकी है और ये जेल भी जा चुके हैं इसके बावजूद ये जमीनों की धोखाधड़ी करना बन्द नहीं कर रहे हैं ऐसे में पुलिस व प्रशासन के पास इनको जिला बदर करने के अलावा कोई आप्सन नही बचा है। इसी को देखते हुए इन माफियाओं को चिन्हित करने का काम किया गया है।
इनका पूरा रिकार्ड खंगाल कर वर्तमान में दो दर्जन माफियाओं को जिला बदर करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है। दो दर्जन माफियाओं को जिला बदर के लिए हरी झंडी मिल चुकी है कुछ ही दिनों में पुलिस इनको जिला बदर कर देगी।
पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शीघ्र ही इन माफियाओं की सूची समाचार पत्रों में प्रकाशित की जाएगी और साथ ही इनके जिला बदर की कार्रवाई अमल में लायी जाएगी। वर्तमान में जिन माफियाओं को चिन्हीकरण किया गया हे उसमें रिंग रोड, सहसत्रधारा रोड, रायपुर, क्लेमेन्टाउन, शिमला बाईपास, नवादा, डोईवाला आदि स्थानों पर जमीनों की धोखाधड़ी करने वाले माफिया शामिल हैं