मैन्द्रथ पीएलसी का प्रधानों ने किया शैक्षिक भ्रमण, सीखा पंचायतों को विकसित करने का तरीका
ग्राम सभा, महिला सभा और बाल सभा में उठे बुनियादी मुद्दे
Dehradun: राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में ग्राम पंचायत मैन्द्रथ विकास खंड चकराता देहरादून में पंचायत लर्निंग सेंटर पीएलसी में भ्रमण एवं विशेष ग्राम सभा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम पंचायती राज निदेशालय की निदेशक निधि यादव के निर्देश पर शुरु किया गया है। ग्राम सभा की शुरुआत में पंचायती राज निदेशालय के संयुक्त निदेशक राजीव कुमार नाथ त्रिपाठी को ग्राम प्रधान रमेश डोबाल ने पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया। इस दौरान शैक्षिक प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रम में आए ग्राम प्रधानों एवं पंचायत प्रतिनिधियों को भी माला पहनाकर सम्मानित किया गया। ढोल और रण सिंहा की धुनों के बीच सभी का जोरदार स्वागत किया गया।
ग्राम सभा की अध्यक्षता करते हुए पीएन तिवारी ने कहा कि इस ग्राम सभा के जरिए अन्य राज्यों से आए पंचायत प्रतिनिधियों को सीखने का मौका मिला है। मैन्द्रथ ग्राम पंचायत को पंचायत लर्निंग सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि ग्राम सभा के लोगों को इस पंचायत को और विकसित करने की जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी। ग्राम सभा में शामिल हुए अन्य विभागों के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आप सभी अपने विभागों की ओर से दी गई जिम्मेदारी को निभायेंगे तो ग्राम पंचायत को विकसित होने से कोई नहीं रोक सकता है। सभी के सहयोग से ग्राम पंचायत डेवलपमेंट प्लान के तहत 2023-24 के लिए तय किये गए लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जीपीडीपी ग्राम पंचायत के विकास के लिए पहली जरूरत है। इस ग्राम पंचायत को ऐसे विकसित करना है कि इसका पहचान पूरे देश में हो।
ग्राम सभा की मांगें
विशेष ग्राम सभा के प्रथम चरण में ग्राम सभा का आयोजन किया गया। जिसमें मैन्द्रथ व बागी ग्राम की महिलाओं और पुरुषों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इस दौरान ग्राम पंचायत के निवासियों ने सभा के सामने कुछ मांगें भी रखीं।
पहली मांग थी ग्राम पंचायत मैन्द्रथ में बरात घरा होना चाहिए। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की जरूरत है। किसी के बीमार होने पर देहरादून की ओर भागना पड़ता है। जिससे बहुत समस्या होती है। ग्राम वासियों ने पानी के लिए हाई ड्रम मॉडल की मांग की। जिसके तहत नदी से पानी खींचकर टंकियों में स्टोर किया जाए। इससे सिंचाई में भी सहयोग मिल सके और गांव में पानी की समस्या पूरी तरह से दूर हो सके। ग्राम बागी में एएनएम की मांग की गई। बताया गया कि गांव में भवन है जो बंद रहता है। एक एएनएम के नियुक्त होने से गांव की महिलाओं, बच्चों बुजुर्गों को इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। आधार कार्ड बनवाने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर खोलने की मांग की गई। पंचायती राज निदेशालय की ओर से फौरन मैन्द्रथ ग्राम पंचायत के पंचायत भवन के एक रूम में कॉमन सर्विस सेंटर खोलने के निर्देश दिए गए हैं।
महिला सभा में की गई मांगे
मैन्द्रथ ग्राम पंचायत में पहली बार महिलाओं की समस्याओं को जानने व उनके निस्तारण के लिए महिला सभा का आयोजन किया गया। जिसमें अंकिता को सभापति व कुन्ना देवी को उप सभापति नियुक्त किया गया।
महिला सभा में महिलाओं ने निरक्षर महिलाओं की शिक्षा के लिए प्रौढ़ शिक्षा केन्द्र की मांग की। पंचायती राज निदेशालय के संयुक्त निदेशक ने इस समस्या का फौरन समाधान करते हुए ग्राम की ही दो शिक्षित महिलाओं को इसकी जिम्मेदारी सौंपते हुए उन्हें विभाग की ओर से छह माह के लिए पांच हजार रुपये मानदेय की भी व्यवस्था कर सभी अशिक्षित महिलाओं को शिक्षित करने की जिम्मेदारी सौंपी। महिलाओं ने ग्राम पंचायत को नशा मुक्त करने का भी फैसला लिया। महिलाओं ने गांव में सैनट्री पैड उपलब्ध कराने के लिए बाइंडिंग मशीन लगाने की मांग की।
महिलाओं ने कहा इससे गांव की महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। वहीं बालिकाओं को सैनेट्री पैड फ्री में उपलब्ध कराये जाएंगे। रोजगार के लिए घास काटने की मशीन की मांग की। पशुपालन कर जीवन यापन करने वाली महिलाओें ने दुधारू गाय की मांग की। जिससे दूध बेचकर अपनी आजीविका को चलाया जा सके। साबुन, अगरबत्ती, धूप के लघु उधोग लगाने की भी मांग की। इसके बाद सभापति की अनुमति के बाद महिला सभा को समाप्त किया गया।
बाल सभा में बच्चों ने उठाई अपनी मांगें
बाल सभा में अंकिता को सभापति और निशांत को उप सभापति नियुक्त किया गया। सभापति की अनुमति के बाद सभा का शुभारंभ किया गया। सबसे पहले कक्षा दस के छात्र सिद्धांत राणा ने शिकायत करते हुए कहा कि उनके स्कूल में खेल मैदान व स्कूल में खेलने की सामाग्री नहीं है। इसके बाद जय किशन पाल ने स्कूल में कंप्यूटर न होने की बात कही। बच्चों ने बताया कि गांव में कक्षा दस तक ही स्कूल है। ऐसे में आगे की पढ़ाई के लिए बाहर जाना होता है। गांव के स्कूल को कक्षा 12 तक अपग्रेड किया जाना चाहिए। छात्रा रितिका भारद्वाज ने स्कूल में स्मार्ट टीवी और वाटर कूलर न होने की बात कही।
छात्रा इधा पंवार ने कहा कि हमारे सरकारी स्कूलों में तकनीक की कमी है। जिसकी वजह से बच्चे महसूस करते हैं कि पब्लिक स्कूलों में ज्यादा सुविधायें मिलती हैं। इससे उनमें हीन भावना पैदा होती है। हमारे स्कूलों में भी टेक्नोलॉजी होनी चाहिए। जैसे कंप्यूटर, प्रिंटर आदि। बच्चों ने स्कूल के लिए अंग्रेजी और पीटी शिक्षक की भी मांग की। संयुक्त निदेशक पंचायती राज निदेशालय ने बच्चों से कहा कि खेल सामग्री, एलइडी स्मार्ट टीवी और स्कूलों के लिए पांच कंप्यूटर की व्यवस्था एक सप्ताह के अंदर करवा दी जाएगी। संयुक्त निदेशक ने बच्चों से कहा कि खेल सामग्री, एलइडी स्मार्ट टीवी और स्कूलों के लिए पांच कंप्यूटर की व्यवस्था एक सप्ताह के अंदर करवा दी जाएगी।
संयुक्त निदेशक ने प्रधानों के साथ किया कंपैक्टर का निरीक्षण एवं भ्रमण
त्यूनी मैं बने कूड़ा निस्तारण केंद्र और कंपैक्टर का निरीक्षण किया। इस दौरान संयुक्त निदेशक ने ग्राम प्रधानों के साथ कूड़े से बिजली बनने के तरीके को भी देखा।
मैन्द्रथ ग्राम पंचायत को पंचायत लार्निग सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। यह एक अनूठी पहल है। आज यहां ग्राम सभा, महिला सभा और बाल सभा में ग्राम पंचायत की महिलाओं और बच्चों की ओर से जो समस्या, शिकायत और मांगे की गई हैं उनका जल्द से जल्द निस्तारण किया जाएगा।