Uttarakhand Politics : कांग्रेस में सियासी हलचल शुरू
देहरादून (एजेंसी)। लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक आते-आते कांग्रेस में भी सियासी हलचल शुरू हो गई है। संगठन को मजबूती के लिए पार्टी प्रदेशभर में जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन कर रही है। लेकिन अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी जिलों में इन सम्मेलनों में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की मौजूदगी से राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं।
पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच सुगबुगाहट है कि कांग्रेस के जिला सम्मेलनों के जरिए यशपाल आर्य का चेहरा इस संसदीय क्षेत्र में सामने लाने की तैयारी है। अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा सीट पर अब तक कांग्रेस की ओर से किसी ने भी खुलकर दावेदारी पेश नहीं की है। राज्यसभा के पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा ने चुनाव लड़ने को लेकर स्पष्ट बयान नहीं दिया है।
ऐसे में कांग्रेस से इस सीट पर कौन चुनाव मैदान में होगा, यह चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बीच कांग्रेस इस बीच जिला सम्मेलनों में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य की मौजूदगी से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस सम्मेलनों के जरिए इस संसदीय क्षेत्र में यशपाल आर्य का चेहरा सामने ला रही है।
आर्य पहली बार खटीमा से बने थे विधायक : यशपाल आर्य पहली बार कांग्रेस के टिकट पर 1989 में खटीमा विधानसभा से विधायक बने और अविभाज्य उत्तर प्रदेश की विधानसभा में पहुंचे। 1991 में हार के बाद 1993 में उन्होंने दूसरी बार जीत दर्ज की। राज्य गठन के बाद 2002 और 2007 में वह मुक्तेश्वर सुरक्षित सीट से विधायक चुने गए। 2012 में उन्होंने बाजपुर वधिानसभा सीट से जीत दर्ज की। आर्य ने 2017 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा और बाजपुर सीट से जीत दर्ज की थी। 2022 में वह फिर कांग्रेस में शामिल हुए और विधायक चुने गए।
यशपाल आर्य इस समय विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं। वह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। वह हाल में टिहरी और उत्तरकाशी भी गए थे। इसका मतलब यह नहीं कि वह सभी जगह से चुनाव लड़ेंगे। अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा सीट से कौन चुनाव लड़ेगा, यह पार्टी हाईकमान को तय करना है। – करन माहरा, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस।