डीपीएस में धूमधाम से मनाया गया विविधांजलि उत्सव
देहरादून। दिल्ली पब्लिक स्कूल में संस्थापक एमपी सिंह की जन्म दिवस की स्मृति में विविधांजलि उत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया। इस उत्सव में सूफी नृत्य, योगा, कव्वाली पोयट्री एनैक्टमैंट ,व्हिरलिंग डेरविशेज़, ग्रैफिटी कैरीकेचर, स्वीट चार्कुटेरी, इकेबाना,दून की खोज,वैलिडिक्टरी कार्यक्रम आदि विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। इन कार्यक्रमों में प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई जिनमें विभिन्न सम्मानित विद्यालयों ने भाग लिया।
इन प्रतियोगिताओं में विशिष्ट अतिथि गण निर्णायको के रूप में उपस्थित थे। एमपी सिंह के परिवार से सदस्या डॉ आकांशा सिंह, विद्यालय के प्रधानाचार्य बीके सिंह,उप प्रधानाचार्या सुजाता सिंह तथा अतिथि द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के बाद कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ। छात्रों ने गणेश वंदना,योग और गायन का भव्य मंचन किया।
डॉ. आकांशा सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि विद्यार्थियों को अध्ययन के साथ-साथ अपनी रुचि की कला में भाग लेना चाहिए इससे उनके अंदर आत्मविश्वास और व्यक्तित्व में धनात्मक परिवर्तन आते हैं, जो उनके अध्ययन में ही नहीं अपितु उनके संपूर्ण जीवन में उनके साथ बने रहते हैं।
हमारे संस्थान ने अपने संस्थापकों के सपनों को हकीकत में बदलने में सफलता प्राप्त की है। हमारे शिक्षक, छात्र, और संगठन के सभी सदस्यों ने एक मिशन के साथ काम किया है, और वे हमारे उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए संकल्पित हैं। प्रधानाचार्य बीके सिंह के द्वारा इन अतिथियों को सम्मानित किया गया।
उन्होने अपने उद्बोधन में कहा कि संस्थापक दिवस को मनाने का हमारा उद्देश्य है उन अद्भुत व्यक्तियों को याद करना जिन्होंने हमारी संस्था की नींव रखी। विद्यार्थियों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि संस्थापक दिवस हमें याद दिलाता है कि हमें उनके सपनों को आगे बढ़ाना है।
हमें उनके संदेशों का पालन करके उनकी प्रेरणा का आदान-प्रदान करना है।इसके साथ ही उन्होंने सभी निर्णायकों, विद्यालयों, शिक्षकों और अभिभावकों को धन्यवाद दिया, जिनके सहयोग से ही यह उत्सव सफल हो सका। इस अवसर पर विद्यालय के प्रांगण में श्रोताओं /दर्शकों की सुविधा के लिए विभिन्न प्रकार के खानपान के स्टाल लगाए गए थे जिनका सभी ने भरपूर आनंद उठाया।
कुल प्रतियोगिताओं को मिलाकर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके साई ग्रेस स्कूल ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, द्वितीय स्थान में दून इंटरनेशनल स्कूल तथा तृतीय स्थान शिक्षांकुर स्कूल का रहा। दर्शकों ने सभी कार्यक्रमों का भरपूर आनंद उठाया और नन्हें कलाकारों की भूरि-भूरि प्रशंसा की।विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार स्वरूप ट्रॉफी प्रदान की गई।