राज्यपाल ने किया वसंतोत्सव-2023 के अवसर पर राजभवन में लगी आर्ट गैलरी का अवलोकन

देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने शनिवार को वसंतोत्सव-2023 के अवसर पर राजभवन में लगी आर्ट गैलरी का अवलोकन किया। इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर भी उपस्थित रहीं। वसंतोत्सव के अवसर पर इस तीन दिवसीय आर्ट गैलरी में उत्तराखण्ड के चित्रकारों में मुख्य रूप से युवा ने उत्तराखण्ड के ग्रामीण जीवन, महिलाओं, लोक परंपराओं तथा संस्कृति से संबंधित पेंटिंग्स, फोटोग्राफी, स्केच आर्ट के फोटोग्राफ्स लगाए थे। उन्होंने सभी चित्रकारों तथा फोटोग्राफरों से बातचीत की तथा उनकी बेहतरीन कलाकारी व पेंटिंग्स के लिए उत्साहवर्धन किया।
राज्यपाल ने कहा कि चित्रकारों तथा फोटोग्राफर्स को राज्य की ग्रामीण संस्कृति, सामाजिक जीवन तथा पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के जीवन से संबंधित पेंटिंग्स तथा फोटोग्राफ्स बनाया जाना सराहनीय प्रयास है इन सब को ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर ले जाकर उनका दुनिया से परिचय कराना चाहिए। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कई चित्रकारों की उत्तराखण्ड से संबंधित पेंटिंग्स खरीदकर उनका मनोबल बढ़ाया। इस दौरान उन्होंने वसंतोत्सव में लगे औद्यानिक गतिविधियों से जुड़े गैर सरकारी संस्थाओं/स्वयं सहायता समूहों/स्थानीय उत्पादक संगठनों द्वारा लगाये गये स्टॉलों का भ्रमण भी किया और जानकारी प्राप्त की।
वसंतोत्सव के दौरान आज विशेषज्ञों द्वारा किसानों को जानकारियां उपलब्ध करायी गयी। वहीं पुष्प उत्पादकों व पुष्प क्रेताओं के मध्य सीधे सामन्जस्य स्थापित करने हेतु उत्तराखण्ड औद्यानिक बोर्ड द्वारा क्रेता-विक्रेता सभा का आयोजन भी इस दौरान किया गया। वसंतोत्सव के दूसरे दिन आज लोगों में काफी उत्साह दिखा और इस अवसर पर भारी संख्या में लोग वसंतोत्सव को देखने पहुंचे।
राजभवन में वसंतोत्सव के दूसरे दिन आयोजित हुई सांस्कृतिक संध्या
देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) ने शनिवार को राजभवन में वसंतोत्सव-2023 के दूसरे दिन आयोजित सांस्कृतिक सन्ध्या का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। आज आयोजित सांस्कृतिक संध्या में उप्रेती बहनों, ज्योती व निरजा उप्रेती का गायन आकर्षण का केन्द्र रहा। उन्होंने अपने गायन से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने वसंत और होली पर आधारित सुंदर गीत प्रस्तुत किए। जिनमें ‘आज बिरज में होली रे रसिया’, ‘होली कैसे खेलूं री मैं सांवरिया के संग’, ‘उड़ जायेगा रे हंस अकेला, जीवन दो दिन का मेला’ शामिल थे।
सांस्कृतिक संध्या के कार्यक्रमों की श्रृंखला में भातखण्डे संगीत महाविद्यालय की छात्राओं ने मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए। उन्होंने कृष्णलीला और होली पर आधारित कथक नृत्य प्रस्तुत किए जिसका उपस्थित दर्शकों ने खूब आनंद लिया। इस अवसर पर प्रथम महिला गुरमीत कौर, हंस फाउंडेशन की प्रमुख माता मंगला एवं भोले जी महाराज, निदेशक उद्यान डॉ एच एस बावेजा, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।