"जब तक सूरज चांद रहेगा, बलूनी तेरा नाम रहेगा", के नारों के बीच किया गया सुशीला बलूनी का अन्तिम संस्कार
उत्तराखंड गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी का हरिद्वार में अंतिम संस्कार हो गया. सुशीला बलूनी को उनके बेटों ने मुखाग्नि दी. इस मौके पर सुशीला बलूनी को श्रद्धांजलि देने के लिए विधायक मदन कौशिक, प्रशासनिक अधिकारी समेत कई लोग मौजूद रहे.

हरिद्वार : वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी तथा उत्तराखण्ड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सुशीला बलूनी का अन्तिम संस्कार बुधवार को खड़खड़ी शमशान घाट पर ‘‘जब तक सूरज चांद रहेगा, बलूनी तेरा नाम रहेगा‘‘, के बीच किया गया।
राज्य निर्माण आन्दोलनकारी श्रीमती सुशीला बलूनी को मुखाग्नि उनके सुपुत्रों-श्री विनय बलूनी, श्री संजय बलूनी तथा श्री विजय बलूनी ने दी। उल्लेखनीय है कि लम्बे समय से अस्वस्थ चल रही, श्रीमती सुशीला बलूनी ने विगत 09 मई,2023 की शाम को देहरादून के मैक्स अस्पताल में अन्तिम सांस ली।
अन्तिम विदाई पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि देने वालों में मा0 विधायक हरिद्वार श्री मदन कौशिक, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन)श्री पी0एल0 शाह, एसडीएम श्री पूरण सिंह राणा, श्री विकास तिवारी, श्री रविन्द्र जुगरान, सुश्री भावना पाण्डे, श्री त्रिलोचन भट्ट, श्री हर्ष प्रकाश काला, श्री सतीश जोशी, श्री मुकेश जोशी, श्री प्रमोद डोभाल, श्री प्रेम पंचोली, श्री त्रिवेन्द्र सिंह पंवार सहित बड़ी संख्या में राज्य आन्दोलनकारी तथा जनता जनार्दन आदि मौजूद थे।