Rishikesh : सरस्वती विद्या मंदिर, विद्यालय परिवार ने "मन की बात" के 100 वें संस्करण को सुना

ऋषिकेश। आज रविवार को सरस्वती विद्या मंदिर आवास विकास ऋषिकेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के "मन की बात" कार्यक्रम के 100 वें संस्करण को पूरे विद्यालय परिवार ने सुना। इस कार्यक्रम को लेकर पूरे देश ही नहीं विदेशों में भी एक अलग ही प्रकार का उत्साह रहा। इस कार्यक्रम को लेकर प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड के हर एक विद्यालय में विशेष प्रबंध करवाए हुए थे।
आज उत्तराखंड में भी पीएम की "मन की बात" कार्यक्रम को सुनने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी समेत स्कूल, कॉलेज इत्यादि में भारी संख्या में छात्रों के साथ आम लोगों ने पीएम के मन की बात को सुना। इस कार्यक्रम हेतु सरस्वती विद्या मंदिर विद्यालय में विशेष प्रकार की तैयारियां की गई थी, जहां पर सभी अध्यापकों, छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों ने मिलकर कार्यक्रम को सुना।
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी जी ने "मन की बात" कार्यक्रम को अपनी आध्यात्म की यात्रा बताया और साथ ही बताया कि यह देश के लोगों की अच्छाइयों का पर्व है और हर एक देशवासी ही मेरे सब कुछ है और उनसे अलग होकर मैं कुछ नहीं कर सकता। इसमें उन्होंने "सेल्फी विद डॉटर", "लोकल फॉर वोकल", "लोटस फाइबर", "लोकल फॉर ग्लोबल" आदि मुद्दों पर भी चर्चा की साथ ही उन्होंने बताया कि "मन की बात" कार्यक्रम जिस भी बात से जुड़ा वह पूरे भारत ही नहीं विश्व में एक जनआंदोलन बना।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य उमाकांत पंत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक वैश्विक नेता हैं और जिनसे पूरा विश्व प्रेरणा लेता है। "मन की बात" कार्यक्रम ने आज तमाम भारतीयों के जीवन को बदलने का कार्य किया है।
मन की बात कार्यक्रम के 100 वें एपिसोड उनकी सफलता की कहानी बयां करता हैं और निश्चित रूप से हमें उनके व्यक्तित्व व आचरण का अनुकरण करना चाहिए। इस अवसर पर विद्यालय में उपप्रधानाचार्य सतीश चौहान, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी नंदकिशोर भट्ट, विनय सेमवाल, कर्णपाल बिष्ट, प्रवेश कुमार, राजेश बड़ोला, अनिल भंडारी, राजू शर्मा, नरेंद्र खुराना तथा रीना पाटिल आदि अध्यापक और अध्यापिका और विद्यालय का स्टाफ उपस्थित रहा।