नवरात्र को नारी शक्ति उत्सव के रूप में मनाएगी सरकार

देहरादून। नवरात्र को नारी शक्ति उत्सव के रूप में बड़े स्तर पर मनाया जाएगा। इसके लिए नवरात्र पर प्रमुख मंदिरों और देवी सिद्ध पीठों में विशेष धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। इस संबंध में संस्कृति विभाग की ओर से सभी जिलों को आदेश जारी किए गए हैं।
प्रमुख मंदिर, देवी सिद्ध पीठ पीठों में होने वाले आयोजनों में संस्कृति विभाग वित्तीय सहयोग करेगा। हर जिले को एक लाख की वित्तीय मदद की जाएगी। अतिरिक्त व्यवस्था स्थानीय जिला प्रशासन करेंगे। सचिव संस्कृति हरिचंद सेमवाल की ओर से इस संबंध में आदेश जारी किए गए।
22 मार्च से 30 मार्च तक नारी शक्ति उत्सव मनाया जाएगा। चैत्र नवरात्रों की उत्तराखण्ड में व्यापक धार्मिक महत्व को ध्यान रखते हुए प्रदेश में सभी प्रमुख देवी मंदिरों, शक्तिपीठों में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
नवरात्रि नारी शक्ति उत्सव के अवसर पर दुर्गा सप्तमी, रामचरितमानस, देवी गायन, देवी जागरण, पाठ आयोजित कराए जाएंगे। महिलाओं और बालिकाओं की इन कार्यक्रमों में विशेष रूप से सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। प्रदेशभर में आयोजित होने वाले इस उत्सव के आयोजन को जिलाधिकारियों की ओर से जिला, ब्लॉक स्तर पर समिति का गठन किया जाएगा। इसमें सांस्कृतिक धार्मिक, जनसहभागिता से जुड़े संगठनों और कार्यक्रम से आम जनमानस को जोड़ा जाएगा।
ये समिति तय करेगी की जिला और ब्लॉक स्तर पर किन देवी मन्दिरों, शक्ति पीठों में आयोजन किए जाएं। स्थानीय स्तर पर जन सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी। प्रतिदिन कराये गये कार्यक्रमों का ब्यौरा आयोजकों को संस्कृति विभाग, उत्तराखण्ड की ई-मेल navratrinarishaktiutsav @gmail.com पर अपलोड कराना होगा। आयोजन स्थल के आस-पास साफ-सफाई, पेयजल, ध्वनि-प्रकाश समेत अन्य व्यवस्थायें जिला प्रशासन को सुनिश्चित करानी होगी। इन आयोजन के लिए संस्कृति विभाग हर जिलाधिकारी को एक लाख की धनराशि देगा। अन्य व्यवस्थाएं जिला प्रशासन अपने स्तर से सुनिश्चित कराएगा।