कृषि और उद्यान को बढ़ावा देने के साथ ही हमें प्राकृतिक खेती पर देना होगा अधिक ध्यान : सीएम धामी

देहरादून : कोका-कोला इंडिया और इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड ने बुधवार को वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी देहरादून में उन्नति एप्पल प्रोजेक्ट को लेकर 5 साल की सफल भागीदारी की उपलब्धि का जश्न मनाया। इस अवसर पर कोका-कोला इंडिया और इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजीज उन किसानों को सम्मानित कर रहे हैं जिन्होंने इस पहल की सफलता के लिए अनुकरणीय प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत दिखाई है।
कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, कृषि और किसान कल्याण के सचिव डॉ. बी.वी.आरसी पुरुषोत्तम, कोका-कोला इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (पब्लिक अफेयर्स, कम्युनिकेशंस एंड सस्टेनेबिलिटी) के वाईस प्रेसिडेंट देवयानी राज्य लक्ष्मी राणा और कोका-कोला इंडिया (सीएसआर और सस्टेनेबिलिटी) के निदेशक राजेश अयापिला ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को जीएमएस रोड स्थित वाडिया भू विज्ञान संस्थान में इंडो डच हार्टिकल्चर एवं कोका कोला इंडिया द्वारा आयोजित “संकल्प से परिवर्तन की ओर“ कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने सेब उत्पादन के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले कृषकों को सम्मानित किया। उन्नति एप्पल योजना के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने के लिए इंडो डच हार्टिकल्चर एवं कोका कोला इंडिया द्वारा सहयोग दिया जा रहा है।
वर्ष 2018 में लॉन्च किए गए प्रोजेक्ट उन्नति एप्पल का उद्देश्य किसानों को बेहतर और उन्नत कृषि तकनीकों के साथ सक्षम और शिक्षित करके उनकी आजीविका का उत्थान करना था। पिछले 5 वर्षों में प्रोजेक्ट उन्नति एप्पल ने अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है। इस परियोजना ने किसानों को बेहतर प्लांटिंग सामग्री, अच्छी कृषि पद्धतियों में प्रशिक्षण और आधुनिक बुनियादी ढांचे तक पहुंच प्रदान की है, जिससे सेब के उत्पादन और किसानों की आय में काफी वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जीवन में किसी लक्ष्य को पाने के लिए संकल्प के साथ आगे बढ़ना बहुत जरूरी है। जब हम किसी लक्ष्य को पूरा करने का संकल्प लेते हैं तभी कोई परिवर्तन आता है। कोका कोला इंडिया तथा इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी ने जिस कार्य को पूरा करने का संकल्प लिया था, उसे सिद्धि तक पहुंचा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य में फलों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास कर रही है। इसके अंर्तगत नाबार्ड के सहयोग से 18 हजार पॉलीहाउस की स्थापना के लिए 280 करोड़ की स्वीकृति दी गई है। सेब उत्पादन को ज्यादा से ज्यादा प्रोत्साहित करने के लिए एप्पल मिशन के तहत 35 करोड़ की योजना को भी प्रारंभ किया गया है। राज्य में उच्च मूल्य वाली फसलों कीवी, ड्रैगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी आदि को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि और उद्यान को बढ़ावा देने के साथ ही हमें प्राकृतिक खेती पर अधिक ध्यान देना होगा। हम सेब की प्राकृतिक खेती द्वारा उत्तराखंड के सेब को देश दुनिया में विशिष्ट पहचान दिला सकें, इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है। ऐसा कर हम उत्तराखंड में सेब उत्पादन के क्षेत्र में नई क्रांति ला सकते हैं। उन्होंने कहा प्रदेश में उद्योगों के साथ ही बागवानी के विकास के लिए भी अनुकूल नीति बनाई जा रही है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि कृषि और बागवानी विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिक राज्य की भौगोलिक परिस्थिति के अनुकूल बागवानी विकास के लिए शोध व अनुसंधान पर विशेष ध्यान देंगे।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में एप्पल मिशन के साथ अधिक से अधिक किसानों को जोड़ा जा रहा है। जम्मू कश्मीर और हिमाचल के साथ - साथ उत्तराखंड की भी सेब उत्पादन में विशेष पहचान बने, इसके लिए गुणवत्ता व पैकिंग पर भी ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोका कोला इंडिया तथा इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी के सहयोग से प्रदेश में चल रही “उन्नति एप्पल योजना“ के बड़े लाभकारी परिणाम सामने आये हैं। उनके द्वारा एक हज़ार बगीचों का कार्य पूरा किया गया है तथा लगभग चालीस हजार लोगों को इसके अंतर्गत ट्रैनिग प्रदान की गयी है। इससे राज्य में किसानों की आय में तेजी से वृद्धि हो रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि उत्तराखण्ड में उद्यान के क्षेत्र में कार्य करने की अनेक संभावनाएं हैं। राज्य सरकार द्वारा भी औद्यानिकी को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। किसानों के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि योजनाओं को सफल बनाने में जनता की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सेब, कीवी, मौनपालन, मशरूम आदि के क्षेत्र में राज्य में काफी अच्छे कार्य हो रहे हैं।
कोका-कोला इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (पब्लिक अफेयर्स, कम्युनिकेशंस एंड सस्टेनेबिलिटी) के वाईस प्रेसिडेंट सुश्री देवयानी राज्य लक्ष्मी राणा ने कहा, प्रोजेक्ट उन्नति एप्पल के हमारे पार्टनर इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजीज के साथ पांच सफल वर्ष पूरे करने पर हम गर्व महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस परियोजना ने उत्तराखंड में किसानों के उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास में सुधार करने में मदद की है। हम भारत में एक स्थायी और आत्मनिर्भर कृषि प्रणाली बनाने की दिशा में अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इंडो डच हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजीज के निदेशक सुधीर चड्ढा ने कहा, प्रोजेक्ट उन्नति एप्पल इस बात का एक बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे निजी और सार्वजनिक संस्थाओं के बीच साझेदारी समाज में स्थायी और सकारात्मक बदलाव ला सकती है। हमें इस परियोजना पर कोका-कोला इंडिया के साथ सहयोग करने और इस तरह के महत्वपूर्ण परिणाम हासिल करने की खुशी है। परियोजना में भाग लेने वाले किसानों ने उल्लेखनीय लचीलापन और कड़ी मेहनत दिखाई है और हम सम्मान समारोह में उनके योगदान को पहचानने के लिए उत्साहित हैं।
उत्तराखंड की सेब किसान पूनम गौर ने कहा, “मैंने अल्ट्रा हाई-डेंसिटी प्लांटेशन तकनीकों के माध्यम से सेब की खेती शुरू की और इस पहल के लिए काम करने वाले स्वयंसेवक मेरे पास आए और प्रक्रिया के माध्यम से मेरा मार्गदर्शन किया। ‘उन्नति’ परियोजना की पहल मेरे जीवन में आशा की किरण के रूप में तब आई जब मेरे बच्चों ने मुझे इससे परिचित कराया। इस परियोजना ने मुझे सशक्त बनाया है। इस परियोजना ने क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा किए हैं और क्षेत्र के समग्र आर्थिक विकास में सुधार करने में मदद की है।
इस अवसर पर उन्नति एप्पल योजना से लाभान्वित किसानों ने भी अपने अनुभव साझा किये। उन्होंने कहा कि अच्छी गुणवत्ता के पौध उपलब्ध होने से उनकी सेब की उत्पादकता बढ़ी है। इस अवसर पर कोका कोला इण्डिया की उपाध्यक्ष श्रीमती देवयानी राजलक्ष्मी राणा, निदेशक राजेश अयापिला, श्री अशोक बेरी, श्री सुधीर चड्ढ़ा एवं राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आये कृषक उपस्थित थे।