दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (आईजीआई) भारत के सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण हवाई अड्डों में से एक है। यहाँ हर दिन हजारों यात्री अपने सपनों और मंजिलों की ओर उड़ान भरते हैं। लेकिन हाल ही में इस हवाई अड्डे पर एक बड़ा बदलाव हुआ है, जिसने यात्रियों का ध्यान खींचा है।
टर्मिनल-2 (टी2) को अस्थायी रूप से रखरखाव के लिए बंद कर दिया गया है। इस बदलाव के साथ इंडिगो और अकासा एयर जैसी एयरलाइंस ने अपनी उड़ानों को टर्मिनल-1 (टी1) पर स्थानांतरित कर दिया है। आइए जानते हैं कि यह बदलाव आपके लिए क्या मायने रखता है और हवाई अड्डे पर क्या नया हो रहा है।
टर्मिनल-2 का रखरखाव
टर्मिनल-2 कोई नया ढांचा नहीं है। यह करीब 40 साल पहले बनाया गया था और तब से लाखों यात्रियों की सेवा कर रहा है। लेकिन समय के साथ हर संरचना को देखभाल की जरूरत होती है। यही वजह है कि दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने इसे और बेहतर बनाने के लिए अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला किया।
इस टर्मिनल से केवल इंडिगो और अकासा एयर की उड़ानें संचालित होती थीं। अब ये दोनों एयरलाइंस अपनी सारी उड़ानों को टर्मिनल-1 से संचालित कर रही हैं। इतना ही नहीं, हवाई अड्डे के चार रनवेज में से एक को भी रखरखाव के लिए बंद किया गया है। फिर भी, अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि ये बदलाव उड़ान संचालन को प्रभावित नहीं करेंगे।
यात्रियों को कैसे मिलेगी राहत?
आप सोच रहे होंगे कि टर्मिनल-2 के बंद होने से हवाई अड्डे पर भीड़ तो नहीं बढ़ेगी? इस सवाल का जवाब है- बिल्कुल नहीं! टर्मिनल-1 और टर्मिनल-3 (टी3) मिलकर इतने सक्षम हैं कि वे यात्रियों की भीड़ को आसानी से संभाल सकते हैं। टर्मिनल-1 का हाल ही में विस्तार हुआ है, जिसके बाद यह हर साल चार करोड़ यात्रियों को संभालने में सक्षम हो गया है।
वहीं, टर्मिनल-3 की क्षमता 4.5 करोड़ यात्रियों की है। अगर तुलना करें तो टर्मिनल-2 हर साल 1.5 करोड़ यात्रियों को ही संभाल सकता था। नागरिक उड्डयन सचिव वुमलुनमांग वुअलनम ने साफ कहा है कि टी1 और टी3 की संयुक्त ताकत के सामने भीड़भाड़ का कोई सवाल ही नहीं उठता।
एयरलाइंस की तैयारी
इंडिगो और अकासा एयर ने इस बदलाव को सुचारु बनाने के लिए पहले से ही कमर कस ली थी। इंडिगो ने अपने यात्रियों को टर्मिनल परिवर्तन की जानकारी देने के लिए समय पर मैसेज, ईमेल और सोशल मीडिया अपडेट्स जारी किए। दूसरी ओर, अकासा एयर ने अपनी टीमों को हवाई अड्डे पर तैनात किया ताकि यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो। दोनों एयरलाइंस ने यह सुनिश्चित किया कि उड़ान संचालन सामान्य रहे और यात्रियों को सही जानकारी समय पर मिले। अगर आप इनमें से किसी एयरलाइन से यात्रा कर रहे हैं, तो बस अपनी उड़ान का टर्मिनल जरूर जांच लें।
दिल्ली का आईजीआई हवाई अड्डा सिर्फ एक हवाई अड्डा नहीं, बल्कि भारत की शान है। यहाँ हर दिन करीब 1,300 उड़ानें संचालित होती हैं, जो इसे देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा बनाती हैं। डायल का मकसद इसे और आधुनिक और सुविधाजनक बनाना है। टर्मिनल-2 का रखरखाव और रनवे की मरम्मत जैसे कदम इसी दिशा में उठाए गए हैं। ये बदलाव भविष्य में यात्रियों को और बेहतर अनुभव देने की गारंटी हैं। डायल का कहना है कि ये सभी कार्य सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देते हुए किए जा रहे हैं।
यात्रियों के लिए खास सुझाव
अगर आप जल्द ही दिल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाले हैं, तो कुछ बातें ध्यान में रखें। सबसे पहले, अपनी उड़ान का टर्मिनल जरूर चेक करें, क्योंकि इंडिगो और अकासा एयर अब टर्मिनल-1 से संचालित हो रही हैं। दूसरा, समय से पहले हवाई अड्डे पहुंचें ताकि चेक-इन और सुरक्षा जांच में कोई जल्दबाजी न हो। हवाई अड्डा प्रबंधन और एयरलाइंस आपकी यात्रा को आसान बनाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
दिल्ली हवाई अड्डा बदलाव के दौर से गुजर रहा है, लेकिन यह बदलाव बेहतरी की ओर है। टर्मिनल-2 का रखरखाव इसे और मजबूत बनाएगा, ताकि आपकी अगली यात्रा और भी शानदार हो।