Vastu Tips : इस दिशा में बैठकर करना चाहिए हवन, जानिए हवन करने के सही दिशा और नियम

हवन के लिए बैठते समय अपनी दिशा का भी ध्यान रखना चाहिए। जब आप हवन के लिए बैठें तो कोशिश करें कि आपका मुख पूर्व की ओर रहे।
इस दिशा में बैठकर करना चाहिए हवन, जानिए हवन करने के सही दिशा और नियम

वास्तु टिप्स हवन के लिए: कई बार हम त्योहारों पर घर या ऑफिस में हवन करते हैं। खासकर जब हमें नया घर या ऑफिस मिलता है तो हम हवन करते हैं। हिंदू धर्म में हवन और यज्ञ को काफी महत्व दिया जाता है। माना जाता है कि हवन करने से पूरे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

हवन करते समय कुछ छोटी-छोटी बातों का विशेष ध्यान देना बहुत जरूरी है। ताकि आपको उस यज्ञ या हवन का पूरा लाभ मिल सके। इसलिए आज इस लेख में मैं आपको बता रहा हूं कि हवन करते समय आपको किन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना चाहिए।

मिट्टी का बना हो हवन कुंड 

हवन करते समय इस बात का ध्यान रखें कि हवन स्थल या हवन कुंड कच्ची मिट्टी का बना हो। आप इसमें ईंटों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। उस पर गाय के गोबर का लेप भी करना चाहिए।

हालांकि आजकल बाजार में धातु का हवन कुंड भी मिलता है अगर आप ऐसे हवन कुंड का प्रयोग कर रहे हैं तो उस पर भी आपको चिपचिपी मिट्टी का लेप लगाना चाहिए। इसके बाद इसे भी गाय के गोबर से लेप करना न भूलें।

हवन करते समय इन बातों का विशेष ध्यान रखें 

सही दिशा में बैठें

हवन के लिए बैठते समय अपनी दिशा का भी ध्यान रखना चाहिए। जब आप हवन के लिए बैठें तो कोशिश करें कि आपका मुख पूर्व की ओर रहे। यदि बहुत से लोग हवन के लिए बैठे हों तो उनका मुख भी उत्तर दिशा की ओर हो सकता है। दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके कभी न बैठें।

अग्नि को सही दिशा में जलाएं

उत्तर-पूर्व दिशा यानी ईशान कोण का उपयोग धार्मिक कार्यों के लिए किया जाता है। लेकिन वास्तु के अनुसार इस दिशा में आग नहीं जलानी चाहिए। लेकिन हवन में अग्नि तत्व हमेशा मौजूद रहता है। वहीं नैऋत्य कोण यानी नैऋत्य कोण में कोई भी धार्मिक कार्य नहीं करना चाहिए।

ऐसे में सही दिशा का चुनाव करना काफी मुश्किल होता है। इसलिए आपको ध्यान रखना चाहिए कि हवन के लिए पूर्व दिशा के मध्य में हवन करना चाहिए जहां दक्षिण-पूर्व कोण समाप्त हो और ईशान कोण शुरू हो।

लकड़ी के चुनाव में सावधानी बरतें

हवन के लिए आम की लकड़ी का इस्तेमाल करना सबसे अच्छा माना जाता है। लेकिन इसके अलावा आप पीपल, चंदन की लकड़ी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि लकड़ी पर दीमक, चींटी या कीट न लगे, जिससे हवन के दौरान किसी जानवर की मौत न हो।

घी का प्रयोग

हवन के समय घी का प्रयोग जरूर किया जाता है। लेकिन जब आप हवन के लिए घी चुनें तो कोशिश करें कि वह गाय का घी हो। किसी भी अन्य घी से बचना चाहिए।

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