जी20 बैठक का इंतजार कर रहा कश्मीर, सरकार की पहल से खुश स्थानीय लोग; पाकिस्तान को लगी मिर्ची

जी20 बैठक का इंतजार कर रहा कश्मीर, सरकार की पहल से खुश स्थानीय लोग; पाकिस्तान को लगी मिर्ची

श्रीनगर (आरएनएस)। जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर जी-20 बैठक की मेजबानी करने के लिए तैयार है। कश्मीर घाटी में स्थित श्रीगनर में 23 और 24 मई को जी20 पर्यटन कार्य समूह की बैठक होनी है। मेजबानी की तैयारियों में सरकार और स्थानीय लोग समान रूप से भाग ले रहे हैं। तैयारियां जोरों पर हैं। श्रीनगर को एक वैश्विक शहर के रूप में केंद्र स्तर पर लाने और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

रिपोर्टों के अनुसार, श्रीनगर के निवासी शहर के कायाकल्प के लिए सरकार के सभी प्रयासों का समर्थन कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है, "चल रहे विकास कार्यों के कारण कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इसके बावजूद लोग शिकायत नहीं कर रहे हैं। लोग सहयोग कर रहे हैं क्योंकि वे समझ गए हैं कि उनका शहर एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम की मेजबानी करने के लिए तैयार है। यह कार्यक्रम श्रीनगर को वैश्विक महत्व के पर्यटन केंद्र में बदल देगा।"

बेहद खास है अपना श्रीनगर
उत्तर भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में स्थित श्रीनगर पहाड़ों, झीलों और बगीचों सहित अपने सुंदर प्राकृतिक दृश्यों के लिए जाना जाता है। श्रीनगर अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए भी जाना जाता है, खासकर संगीत, साहित्य और हस्तशिल्प के क्षेत्र में। शहर की आबादी करीब15 लाख है और यह इस क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण आर्थिक केंद्र है।  
केंद्र की मोदी सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटा दी थी। उससे पहले तक श्रीनगर शहर पाकिस्तान प्रायोजित अलगाववादियों और आतंकवादियों के फरमान पर किसी भी विदेशी गणमान्य व्यक्तियों या किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति के दौरे के खिलाफ अक्सर बंद रहता था। लोगों को जबरदस्ती दुकानें बंद करने के लिए कहा जाता था ताकि अलगाववादी और आतंकवादी दुनिया को संदेश दे सकें कि कश्मीर में सब ठीक नहीं है।

बदल गया श्रीनगर
रिपोर्ट में कहा गया है, "अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद से श्रीनगर बदल गया है। इसने सभी का खुले हाथों से स्वागत किया है और पिछले तीन वर्षों के दौरान एक दिन भी बंद नहीं रहा है।" अलगाववादियों के साथ ही उन आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी है। रिपोर्ट के अनुसार, आज की तारीख में कश्मीर में कोई भी अलगाववादी नहीं बचा है, जो बंद का आह्वान कर सकता हो या सड़क पर विरोध प्रदर्शन कर सकता हो। कश्मीर की बदली आबोहवा को बदलता देख पाकिस्तान परेशान है। पाकिस्तान आतंकवादियों को भेजने के अलावा अपनी बौखलाहट दिखाने के लिए हर मौके पर कश्मीर का मुद्दा उठाने से नहीं चूकती है।

पाकिस्तान की लगी मिर्ची
शंघाई सहयोग संगठन परिषद की बैठक में शामिल होने भारत आए पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कश्मीर में जी-20 बैठक पर भड़काऊ बयान दिया। जी-20 बैठक को लेकर बिलावल ने भारत को चेतावनी भी दी है। श्रीनगर में होने वाले जी-20 की बैठक पर बिलावल भुट्टो ने कहा, "दुनिया के किसी इवेंट का श्रीनगर में आयोजन भारत की अकड़ को दिखाता है। वक्त पर ऐसा जवाब देंगे की उनको याद रहेगा।"

एनएसजी कमांडो तैनात किए जाएंगे
कश्मीर में इस महीने के अंत में आयोजित जी20 कार्य समूह की बैठक के स्थल की सुरक्षा के लिए समुद्री और एनएसजी कमांडो तैनात किए जाएंगे। एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस की एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि यहां सुरक्षा समीक्षा बैठक में, कश्मीर क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने जलाशयों के आसपास मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए समुद्री कमांडो तैनात

किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया
इसमें कहा गया है कि ड्रोन का मुकाबला करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) के दलों को सभी स्थानों पर तैनात किया जाएगा। बैठक में भाग लेने वाले अधिकारियों ने मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों और उपस्थित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संभावित उपायों पर चर्चा की। कुमार ने शिखर सम्मेलन की पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।
अधिकारियों ने शिखर सम्मेलन के शांतिपूर्ण आयोजन के लिए सुरक्षाकर्मियों की तैनाती, यातायात प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण उपायों पर भी चर्चा की। कुमार ने सलाह दी कि जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा उपाय किए जाने चाहिए।

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