बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद, जो कोरोना महामारी के दौरान लोगों की मदद करने के चलते ‘मसीहा’ कहे जाने लगे थे, अब कानूनी पचड़े में फंस गए हैं। पंजाब के लुधियाना में एक अदालत ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। यह आदेश न्यायिक मजिस्ट्रेट रमनप्रीत कौर द्वारा दिया गया। मामला क्या है, आइए विस्तार से जानते हैं।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला एक निवेश घोटाले से जुड़ा है, जिसमें लुधियाना के वकील राजेश खन्ना ने मोहित शुक्ला नामक व्यक्ति पर 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। वकील का दावा है कि उन्हें नकली रिजिका कॉइन में निवेश करने का झांसा दिया गया था। इस केस में सोनू सूद को गवाह के रूप में अदालत में पेश होने के लिए कहा गया था, लेकिन वे निर्धारित सुनवाई पर उपस्थित नहीं हुए। इसी के चलते कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया।
कोर्ट का आदेश और गिरफ्तारी वारंट
लुधियाना कोर्ट ने मुंबई के ओशिवारा पुलिस स्टेशन को निर्देश दिया है कि सोनू सूद को गिरफ्तार कर 10 फरवरी 2025 तक अदालत में पेश किया जाए। आदेश में साफ कहा गया है कि अभिनेता को कानूनी समन या वारंट पहले ही भेजा जा चुका था, लेकिन उन्होंने कोर्ट में उपस्थित होने से बचने की कोशिश की। इसी वजह से अब उनके खिलाफ यह सख्त कदम उठाया गया है।
क्या बोले सोनू सूद?
अब तक इस मामले में सोनू सूद या उनकी टीम की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि, इससे पहले भी उनका नाम कई कानूनी मामलों में जुड़ चुका है और हर बार उन्होंने मजबूती से अपना पक्ष रखा है। अब देखने वाली बात होगी कि इस बार वह इस केस में क्या रणनीति अपनाते हैं।
अगली सुनवाई कब होगी?
कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया है कि 10 फरवरी 2025 तक वारंट का पालन किया जाए और यह भी स्पष्ट किया जाए कि इसे कैसे निष्पादित किया गया। अगर किसी कारणवश वारंट का पालन नहीं हो पाता, तो इसकी ठोस वजह भी अदालत को बतानी होगी।