Dehradun News : देहरादून की सड़कों पर इन दिनों एक अनोखा गैंग सक्रिय था, जो गाड़ियों के शीशे खटखटाकर लोगों को बातों में उलझाता और पलक झपकते महंगे मोबाइल फोन गायब कर देता। लेकिन अब इस ठक-ठक गैंग का खेल खत्म हो चुका है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून की सख्ती और दून पुलिस की तत्परता ने इस गैंग के दो शातिर चोरों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। इनके पास से चोरी किए गए तीन कीमती मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं। आइए, इस रोमांचक कार्रवाई की पूरी कहानी जानते हैं।
कैसे काम करता था ठक-ठक गैंग?
यह गैंग बेहद चालाकी से अपना काम करता था। ये लोग व्यस्त सड़कों और ट्रैफिक सिग्नल पर गाड़ी चालकों को निशाना बनाते। एक व्यक्ति ड्राइवर को बातों में उलझाता, तो दूसरा मौका पाते ही गाड़ी से मोबाइल चुरा लेता। हाल ही में देहरादून के पटेलनगर और नेहरू कॉलोनी इलाकों में ऐसी तीन घटनाएं सामने आईं, जिन्होंने पुलिस को चौकन्ना कर दिया। एक मामले में शिमला बायपास पर गयूर मलिक नाम के व्यक्ति का iPhone-14 चोरी हुआ। गयूर ने बताया कि दो अजनबी उनकी गाड़ी के पास आए, शीशा खटखटाया और बातों में उलझाकर उनका फोन ले उड़े।
इसी तरह, मनमोहन सिंह नाम के एक अन्य शख्स का iPhone-15 तब गायब हो गया, जब वह ट्रांसपोर्ट नगर से ISBT की ओर जा रहे थे। एक अजनबी ने उनसे बेवजह बहस शुरू की और मौका पाकर उनका फोन चुरा लिया। तीसरी घटना नेहरू कॉलोनी में हुई, जहां एक सैमसंग Z प्लस फोल्ड फोन चोरी हुआ। इन घटनाओं ने स्थानीय लोगों में दहशत फैला दी थी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
इन वारदातों की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी देहरादून ने तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए। पटेलनगर थाने में एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई, जिसमें सब-इंस्पेक्टर दीनदयाल सिंह, विजय प्रताप सिंह, महेंद्र सिंह राणा जैसे अनुभवी अधिकारी शामिल थे। इस टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और स्थानीय मुखबिरों को सक्रिय किया। पुराने अपराधियों की गतिविधियों की भी पड़ताल की गई।
कई घंटों की मेहनत के बाद पुलिस को बड़ी कामयाबी तब मिली, जब रात की गश्त के दौरान चंद्रमणि चौक पर मुखबिर की सूचना के आधार पर दो संदिग्धों को पकड़ा गया। इनकी पहचान आदेश कुमार (34) और इनाम (45) के रूप में हुई। दोनों पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और शातिर अपराधी हैं। तलाशी में उनके पास से चोरी किए गए तीनों मोबाइल—iPhone-14, iPhone-15 और सैमसंग Z प्लस फोल्ड—बरामद हुए।
चोरों ने उगले राज
पुलिस की सख्त पूछताछ में चोरों ने अपने गुनाह कबूल किए। उन्होंने बताया कि वे नशे के आदी हैं और अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए चोरी करते थे। चुराए गए फोन बेचने की कोशिश में थे, लेकिन पुलिस की सतर्कता के चलते कामयाब नहीं हो पाए। दोनों का आपराधिक इतिहास भी रहा है, जिसकी जांच अभी जारी है।
दून पुलिस की सतर्कता से राहत
इस कार्रवाई ने न केवल ठक-ठक गैंग का पर्दाफाश किया, बल्कि देहरादून के लोगों में सुरक्षा का भरोसा भी जगाया। स्थानीय निवासियों ने दून पुलिस की तारीफ की और कहा कि ऐसी मुस्तैदी से अपराधियों में खौफ पैदा होता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपनी गाड़ियों में कीमती सामान न छोड़ें और अजनबियों से सावधान रहें।