देहरादून: अपने कैंप कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के (Senior Vice President Suryakant Dhasmana) वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने उत्तराखंड में कानून व्यवस्था और दिल्ली चुनाव में प्रदेश की भाजपा सरकार की व्यस्तता को लेकर आज नसीयत दे डाली। धस्माना ने कहा की उत्तराखंड के द्वार हरिद्वार में जिस तरह से सरकार की आंखों के सामने राज्य की सत्ताधारी पार्टी के एक नेता व एक निर्दलीय विधायक के बीच का विवाद हिंसक रूप ले रहा है और दोनों नेताओं के समर्थक खुले आम सड़कों में उपद्रव कर रहे हैं उससे साफ साफ लगता है
कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है और सरकार इससे बेफिक्र दिल्ली के विधानसभा चुनावों में मस्त है। धस्माना ने कहा कि हालत इतने खराब हैं कि जब राज्य की कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने वाली पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की तो माननीय उच्च न्यायालय को घटनाओं का स्वयं संज्ञान लेना पड़ा और सरकार को निर्देशित करना पड़ा तब जाकर दोनों नेताओं के शास्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्यवाही की।
धस्माना ने कहा कि यह बहुत गंभीर विषय है कि कैसे इन नेताओं को प्रतिबंधित बोर के लाइसेंस जारी किए गए और आज तक यह पता नहीं चल पाया है कि वे हथियार जो इन घटनाओं में प्रदर्शित व इस्तेमाल किए गए वे लाइसेंसी हैं भी या नहीं और अगर लाइंस है तो एसएलआर और अन्य अत्याधुनिक हथियारों के लाइसेंस जारी किसने और कैसे किए गए। धस्माना ने कहा कि कई दिनों से जारी इस जंग से पब्लिक आर्डर बिगड़ रहा है।