प्राइवेट स्कूलों की मनमानी।। भड़की एबीवीपी, NCERT के बजाय दूसरे निजी प्रकाशनों की महंगी किताबें खरीदवाने से नाराज
रुडकी। प्राइवेट स्कूलों द्वारा एनसीईआरटी के बजाय दूसरे निजी प्रकाशनों की महंगी किताबें खरीदवाने से नाराज एबीवीपी ने तहसील मुख्यालय पर नारेबाजी व प्रदर्शन किया। उन्होंने स्कूलों पर अभिभावकों को लूटने का आरोप लगाते हुए एसडीएम के माध्यम से शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजकर इस लूट को रोकने की मांग की।
सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ता लक्सर तहसील मुख्यालय पर पहुंचे और प्राइवेट स्कूलों पर मनमाने ढंग से अभिभावकों को लूटने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी व प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाद में उन्होंने एसडीएम संगीता कन्नौजिया से मुलाकात कर बतताया कि सालों पहले सरकार ने प्राइवेट स्कूलों में भी एनसीईआरटी की पुस्तकों से ही पढ़ाई कराने का नियम लागू किया था।
तब भी काफी जद्दोजहद के बाद स्कूलों ने एनसीईआरटी की पुस्तकें लगाई थी। आरोप लगाया कि अब प्राइवेट स्कूलों के संचालक दोबारा से निजी प्रकाशनों की महंगी किताबें लगाकर अभिभावकों को लूटने में हैं।
बताया कि एनसीईआरटी की डेढ़ सौ पृष्ठ की पुस्तक का मूल्य 42 रुपये है, जबकि प्राइवेट स्कूल चलाने वाले लोग उसी विषय की निजी प्रकाशन की 80 पृष्ठ वाली किताब अभिभावकों से 170 रुपये में खरीदवा रहे हैं।
परिषद के कार्यकर्ताओं ने मांग की कि प्रशासन तत्काल इसका संज्ञान लेकर इस लूटखसोट को बंद कराए। ऐसा न होने पर उन्होंने आंदोलन शुरू करने की चेतावनी भी दी। बाद में उन्होंने इससे संबंधित ज्ञापन भी एसडीएम के मार्फत शिक्षा मंत्री को भेजा।
ज्ञापन देने वालों में विभाग प्रमुख अश्विनी चौधरी के साथ कुलदीप प्रधान, हरी, गौरव, दीपक कुमार, अमित कुमार, सोनु, देवेश, सचिन कुमार, अरुण कुमार, जोधसिंह, अविनाश सहित काफी कार्यकर्ता थे।
RNS/DHNN