दून अस्पताल धरना।। पहले बरसाए फूल, अब नौकरी से निकला बाहर; भुगत रही जनता
देहरादून। दून अस्पताल से हटाए गए कर्मचारियों की वजह से परेशानी हो रही है। शुक्रवार सुबह भी कर्मचारी धरने पर बैठ गए।
इस दौरान मरीजों को दवा काउंटर पर लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं लैब, ओटी और आईसीयू में दिक्कतें हैं। दून अस्पताल में हटाए गए कर्मचारी धरने पर शुक्रवार को भी बैठे हैं। उन्होंने कोरोना योद्धा के पोस्टर लेकर सवाल किया कि उनका समायोजन मंत्री के ऐलान के अनुसार कब किया जाएगा।
मांग है कि जल्द से जल्द उनका सेवा विस्तार या समायोजन किया जाए। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने उनका मामला कैबिनेट में लाकर हल करने का आश्वासन दिया है। वहीं दून अस्पताल में कर्मचारियों की कमी से अब ऑपरेशन थियेटर और आईसीयू में भी समस्या होने लगी है।
ओटी के स्टाफ ने एमएस को चिट्ठी सौंपकर इमरजेंसी के ऑपरेशन में ड्यूटी से हाथ खड़े कर दिए हैं। कहा कि सामान्य, ईएनटी, ऑर्थो, न्यूरो ओटी में महज छह नर्सिंग अधिकारी और तीन वार्ड ब्वॉय है। जो आठ से दो बजे तक ही ओपीडी में अतिरिक्त काम कर रहे हैं।
ऐसे में इमरजेंसी में होने वाले केस में वह नहीं आ सकेंगे। वहीं ओटी तकनीशियनों की भी ओटी में भारी कमी बनी है। उधर, एमएस डा. केसी पंत ने कहा कि ऑपरेशन इमरजेंसी कभी कभी होती है। स्टाफ से मरीजों के हित में एडजस्ट करने की अपील की गई है। शासन के स्तर पर कर्मचारियों के बढ़ाए जाने का मामला लंबित है।